आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में लोगों के पास अपनों के समय की बेहद कमी है। जिस तरह कारपोरेट कल्चर से उन्नति के अवसर खोले हैं, उससे रिश्तांे पर आंच आनी शुरू हो गई है। सबसे पहले तो लोग जल्द से जल्द अपने जीवन में सफलता की उंचाईयों को छू लेना चाहते हैं, वहीं दूसरी ओर कंपनी भी