Bhargav
लेखक
प्यार और महंगाई
मेरा छोटा सा परिवार,और परिवार मैं हम चार लोग रेहने वाले,परिवार की आर्थिक स्थिति खराब,और बाद मैं कॉलेज पूरा करके मुझे एक प्राइवेट जॉब मिलना,और कुल सैलरी 15000 होना,और बाद मैं मेरे ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की से मुझे प्यार हो जाना,और बाद मैं हररोज
प्यार और महंगाई
मेरा छोटा सा परिवार,और परिवार मैं हम चार लोग रेहने वाले,परिवार की आर्थिक स्थिति खराब,और बाद मैं कॉलेज पूरा करके मुझे एक प्राइवेट जॉब मिलना,और कुल सैलरी 15000 होना,और बाद मैं मेरे ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की से मुझे प्यार हो जाना,और बाद मैं हररोज
एक मां और एक बहेन
में गुजरात के एक छोटे से शहर सुरत में रहता हु ,में अपने घर मैं अपनी मां और अपनी एक बड़ी बहन के साथ रहता हु ,पिताजी का तो बोहत साल पहले ही कैंसर की वजन से मृत्यु हो गया था उसके बाद घर मैं सिर्फ मैं और मेरी मां और मेरी बड़ी बहन सिर्फ हम तीनो लोग ही रहत
एक मां और एक बहेन
में गुजरात के एक छोटे से शहर सुरत में रहता हु ,में अपने घर मैं अपनी मां और अपनी एक बड़ी बहन के साथ रहता हु ,पिताजी का तो बोहत साल पहले ही कैंसर की वजन से मृत्यु हो गया था उसके बाद घर मैं सिर्फ मैं और मेरी मां और मेरी बड़ी बहन सिर्फ हम तीनो लोग ही रहत