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प्यार और महंगाई

Bhargav

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मेरा छोटा सा परिवार,और परिवार मैं हम चार लोग रेहने वाले,परिवार की आर्थिक स्थिति खराब,और बाद मैं कॉलेज पूरा करके मुझे एक प्राइवेट जॉब मिलना,और कुल सैलरी 15000 होना,और बाद मैं मेरे ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की से मुझे प्यार हो जाना,और बाद मैं हररोज मेरा उससे मिलना जुलना होना,और बाद मैं उसको अपना बनाने के इसके साथ शादी करने के ख्वाब को देखना,और बाद मैं हमारे मां बाप का शादी के लिए हामी भरना,और बाद मैं हम दोनो की शादी हो जाना,और हमारे बच्चों का होना,15000 की तंखा से घर का गुजारा चलाना मुश्किल लेकिन गुजारा चलाना,और बच्चे काला थोड़ा सा बडा हो जा लेकिन अपनी पत्नी और अपने बच्चे की जरूरतों को पूरा न कर पाना,और मां बाप को वृद्धाश्रम पर भेज देना, और बाद मैं मां और बाप के साथ किए हुए व्यवहार की हल सजा मिलना,और हमारा इन सजा को भुगतना,फिर आगे हमे हमारी गलती का एहसास होना,और मां बाप को वृद्धाश्रम से वापस ले आना अपने घर पर,और जरूरत के हिसाब से पैसे को खर्च करना,और फिर से हमारा पहले की तरह एक खुशी परिवार बन जाना 

pyar aur mahangai

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