आज कल भोजपुरी जगत् में अश्लीलता का चलन बहुत ही ज्यादा बढ़ गया है। लगभग हर albums में फूहड़ता कूट कूट कर भरी होती है, और फिल्मो में भी अश्लील दृश्यों की भरमार होती है । और कोई इसके खिलाफ आवाज भी उठाना नहीं चाहता । बहुत से लोगों को कहते हुए सुनता हूँ की मार्किट का यही डिमांड है, कुछ लोग ये भी कहते हैं की हर जगह ऐसा ही होता है क्या अश्लीलता फैला कर ही ख्याति पाई जा सकती है ? मेरे हिसाब से शायद ऐसा नहीं है ,क्योंकि इस भोजपुरी जगत् में ही भरत शर्मा जी जैसे भी कलाकार हुए हैं जिन्होंने बिना अश्लीलता फैलाये ही देश विदेश में अपना नाम कमाया । मैं इन कलाकारों से एक बार पूछना चाहूंगा की क्या आप अपने पुरे परिवार के साथ बैठ कर अपने गाये हुए इन गीतों को श्रवण कर सकते हैं ? शायद आपका जवाब होगा ' नहीं' ।आप अपने अंदर झांक कर देखिये ! क्या इसे ही ख्याति समझते है आपलोग ? क्या यही उपलब्धि है आपलोगों की ? हम अपने उपलब्धियों के लिए हमारे समाज को, हमारी संस्कृति को दरकिनार नहीं कर सकते । हमे एक बार सोचने की जरूरत है - हमारी भी कुछ मर्यादाएं होनी चाहिए । हमारी नैतिकता का स्तर कितना गिर चूका है इस फोटो में बच्चों को देखकर पता चलता है ।