अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आप सभी को बहुत बहुत बधाई । आज के समय में जहाँ अधिकांश लोग अवसाद या बीमारियों से ग्रसित हैं, यह एक बहत ही बढ़िया साधन है शारीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने के लिए । भाग दौड़ की जिंदगी में किसी के पास समय नहीं है लेकिन 24 घंटे में यदि 1 घंटे का समय अपने मन को एकाग्रचित करने के लिए निकल लें तो हर रोज हमारे अंदर ऊर्जा का संचार होता है । यह थोडा कठिन तो है किन्तु असम्भव नहीं है ।कुछ दिनों के प्रयास में इसे नियमित किया जा सकता है । यह हमारे पुर्वजों द्वारा हमे प्रदान की गई बहुमूल्य धरोहर है जिसे अंतर्राष्ट्रीय जगत् ने भी स्वीकार किया और इसके मूल्य को समझा । हमें भारत को स्वस्थ बनाने में मदद करनी चाहिए ।