एक ऐसा किला जिसमें बहुत प्रेतों का निवास माना जाता है । रात्रि तो क्या दिन के समय भी लोग उस ओर जाने का साहस नहीं कर पाते । किले पर खड़ी सुंदरी जो देखते ही देखते गायब हो जाती है । किले से उठती रक्त जमा देने वाली भयंकर चीख जो सहज ही भयभीत कर देती है । क्या रहस्य था उस किले का ? क्या सचमुच वह भूतों का आवास था ? त्रिस्तरीय सिक्योरिटी से देश की सुरक्षा से जुड़ी फ़ाइल कैसे गायब हो गयी ? प्रोफ़ेसर की पत्नी क्या सचमुच मर कर जी उठी थी ? जासूस पवन ने कैसे इन प्रश्नों का हल ढूँढ़ा ? अपनी इन सभी जिज्ञासाओं के समाधान के लिये पढ़िये रहस्य और रोमांच से भरपूर डॉ. रंजना वर्मा का उपन्यास - 'भुतहा किला'।
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