“मेरा देश”
उठो जागो अब दम्भ भरो, समय लौट नहीं आयेगा।।
इस बार चूक हुई तुमसे तो देश मेरा मिट जायेगा।।
फिरंगी आये लूटने जब तब, लूट खूब मचाई थी,,
फिर उबला खून वीरों का, उनको धुल चटाई थी,
भगत, सुभाष, आज़ाद, बिस्मिल ने, आजादी हमें दिलायी थी,
वतन के खातिर इन वीरों ने, जान अपनी गवांई थी.
भूल गए शहादतों क