शिक्षा का मन्दिर ,भविष्य बनेगा तुम्हारा
ऊपर से संस्कार,भीतर में भ्रष्टाचार
इस मन्दिर के पूजारी क्या बांचे,कथा सरस्वती माता कि
नित्य रोज मै आता हूॅ,
स्कूल में प्रार्थना गाता हूॅ
शिक्षक को नमस्कार ओर
स्कूल से निकलते दोस्त को बाॅय बाॅय
किताब-काॅपी-फीस ओर ड्रेस
भाव सूनकर परेशान हो गए फेस
दिन पर दिन बढ़ता शिक्षा का व्यापार
कुछआ गति से न चलो सरकार
महंगाई में बच्चों की पढ़ाई
पालक की जेब पर पड़ रहा डाका
कहा रह गया शिक्षा जगत में
सत्य-धर्म-ईमान
जय बोलो शिक्षा जगत की
मेरे द्वारा स्वरचित रचना है , जो कि अप्रकाशित है।
नाम-अक्षय आजाद भण्डारी राजगढ़ जिला धार मध्यप्रदेश 454116
मों. 9893711820, ई मेल-bhandari.akshay11@gmail.