shabd-logo

चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम

22 नवम्बर 2023

18 बार देखा गया 18

*चौकड़िया छंद प्रमुख नियम :-*


1- चौकड़िया छंद  में  16 – 12 मात्रा विधान में  लिखा जाता है।


2- चौकड़िया छंद के प्रथम चरण का प्रारंभ चौकल से ही प्रारंभ होगा (जगण 121 छोड़कर ) व 16 की यति की तुकांत चरणांत से मिलाई जाएगी |

व हर चरण में यति व चरणांत चौकल से ही किया जाता है(रगण 212 जगण 121 तगण 221 )

 
3 – *चौकड़िया* छंद चार पद(चरण) में ही लिखा जाता है , जिसकी पदांत तुकातें मिलाई जाती है। लेकिन आजकल कुछ कवि  5,6,7,8 आदि कड़ियों में भी लिखते हैं जिन्हें पंचकड़ियां, छहकडियां, अठकडियां आदि नाम से भी जाना जाता है।


4--प्रथम पद के 16 मात्रा की चौकल यति भी तुकांत में शामिल होती है।


5– अंतिम पद में कवि अपने नाम की छाप (तखल्लुस) लिखता  है। -

उदाहरण :-


बुंदेली चौकडि़या -"पानी"*
     *****

बिकबै, दूध भाव से पानी, नशलें नयी नशानी।
गैया कौ बौ दूध बताबै, करत सदां बेमानी।।
पानी दैकै हाथ बना रय,चतुर बढ़े रमजानी।
आय मिलौनी, कहै निपनिया,भइ राना' हैरानी।।
***
-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'',टीकमगढ़'(मप्र)

***

आलेख-   राजीव नामदेव "राना लिधौरी" #टीकमगढ़
           संपादक "#आकांक्षा" पत्रिका
संपादक- '#अनुश्रुति' त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष #वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
#rajeev_namdeo_rana_lidhori
#jai_bundeli_sahitya_samoh_tikamgarh
#जय_बुंदेली_साहित्य_समूह

मीनू द्विवेदी वैदेही

मीनू द्विवेदी वैदेही

सटीक जानकारी 👌 आप मेरी कहानी पर अपनी समीक्षा जरूर दें 🙏

22 नवम्बर 2023

2
रचनाएँ
राना की बुंदेली चौकड़िया
0.0
हिन्दी एवं बुंदेली साहित्य के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव "राना लिधौरी" की बुंदेली चौकड़ियां पढ़े-

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए