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चौकड़िया- "पानी"

29 जून 2022

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बुंदेली चौकडि़या-"पानी"
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बिकबै, दूध भाव से पानी, 
नशलें नयी नशानी।।
गैया कौ बौ दूध बताबै, 
करत सदां बेमानी।।
पानी दैकै हाथ बना रय,
चतुर बढ़े रमजानी।।
आय मिलौनी, कहै निपनिया,
भइ 'राना' हैरानी।। 
***
-राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
टीकमगढ़'(मप्र)
मोबाइल-9893520965
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रचनाएँ
राना की बुंदेली चौकड़िया
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हिन्दी एवं बुंदेली साहित्य के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार राजीव नामदेव "राना लिधौरी" की बुंदेली चौकड़ियां पढ़े-

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