चम्बल की माटी में स्वाभिमान ,शौर्य के कण समाहित हैं . चम्बल का शाब्दिक अर्थ है ,चम् यानि आचमन और बल अर्थात शक्ति . मतलब शक्ति का आचमन करने वाले चम्बल वासी शूरवीर ,निडर और आन-बान-शान पर मर मिटने वाले हैं . चबल के भरखे ,निर्जन बीहड़ डकैतों के लिए सुरक्षित शरण स्थली साबित हुए ,इसलिए चम्बल अंचल बदनाम हो गया . आज भी चम्बल के सर्वाधिक युवा देश की सीमाओं की हिफाजत में मुस्तैदी से डटे हैं .