ख़ुशी की तलास
★हिसाब क्या रखें★समय की इस अनवरत बहती धारा में .. अपने चंद सालों काहिसाब क्या रखें .. !! जिंदगी ने दिया है जब इतना बेशुमार यहाँ .. तो फिर जो नहीं मिला उसका हिसाब क्या रखें .. !! दोस्तों ने दिया है इतना प्यार यहाँ .. तो दुश्मनी की बातों काहिसाब क्या रखें .. !! दिन हैं उजालों से इतने भरपूर यहाँ .. तो