देश की वर्तमान परिस्थिति
टीवी, सोशल मीडिया, न्यूज वेबसाइटों, अखबारों के बीच जीने वाली इस सतर्क, जागरूक दुनिया से इतर मुझे तीन दिन से उस दुनिया का ख्याल आ रहा है, जहां पिछले दिनों, सप्ताह या कुछ महीनों पहले ही बिजली पहुंची है। जी हां, बिजली। एक ऐसी सरफरोशी तमन्ना जो आजादी के बाद से पूरी होते-होते छूटती गई, और भारत के लगभग 18