कैसे वो लोग होते हैं
जिन्हें हम दोस्त कहते हैं
एहसास अपनों सा
वो अनजाने दिलाते हैं
जब ज़िंदगी हो खफ़ा
तो वो आकर थाम लेते हैं
खो जाता हूँ जब
अनजान रास्तों पर
तो वो मिल जाते है
मुश्किल हो सफ़र कितना भी
मगर वो साथ जाते हैं
मुझे आनंदित करते हैं
वो पल आज भी 'अश्विनी'
जिन पलों में दोस्तों का साथ था
जाने कैसे वो लोग होते हैं
जिन्हें हम दोस्त कहते हैं.....