जितना जिंदगी को समझना चाहा
जिंदगी उतनी उलझती ही गई
जब से जिंदगी को जीना शुरू किया
जिंदगी की उलझनें खत्म होती चली गई
-अश्विनी कुमार मिश्रा
3 मई 2021
जितना जिंदगी को समझना चाहा
जिंदगी उतनी उलझती ही गई
जब से जिंदगी को जीना शुरू किया
जिंदगी की उलझनें खत्म होती चली गई
-अश्विनी कुमार मिश्रा
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दोस्तों, मेरा नाम अश्विनी कुमार मिश्रा (Ashvini Kumar Mishra) है। मेरा मूल निवास इंदौर मध्यप्रदेश है। मैने कॉमर्स में ग्रेजुएशन वैष्णव कॉमर्स कॉलेज, देवि अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से किया है। वर्तमान में परिवार सहित राऊ, इंदौर में रहता हूँ। इंदौर में ही छोटा सा बिज़नेस है। मुझे जब भी समय मिलता है- घर में मोबाइल खोलकर लिखने बैठ जाता हूँ।
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