30/12/21,
शरद काल,
पोष मास।
संध्या काल,
सखी राधे राधे।
आज ज्यादा नही बतियाऊंगा ।कारण मूड आफ। कारण निजि है।
सो झंझट है जिंदगी के।वही तुझसे नाराज नही जिंदगी हैरान हू मै ,परेशान हू मै।
चलो खैर। आज की इकषखास बात व सीख ले लो।
🌸🙏� *श्री राधारमण शरणम्* 🙏�🌸
*एक पुजारी और नाईं दोनों मित्र थे। नाईं हमेशा पुजारी से कहता है -*
*"ईश्वर ऐसा क्यों करता है, वैसा क्यों करता है ? यहाँ बाढ़ आ गई, वहाँ सूखा हो गया, यहाँ दुर्घटना हुई, यहाँ भुखमरी चल रही है, नौकरी नहीं मिल रहीं। हमेशा लोगों को ऐसी बहुत सारी परेशानियां देता रहता है।"*
*उस पुजारी ने उसे एक आदमी से मिलाया जो भिखारी था, बाल बहुत बड़े थे, दाढ़ी भी बहुत बड़ी थी। उसने नाईं को कहां - "देखो इस इंसान को जिसके बाल बड़े हैं, दाढ़ी भी बहुत बढ़ गयी है। तुम नाईं हो तुम्हारे होतें हुए ऐसा क्यों है ?"*
*नाईं बोला - "अरे उसने मेरे से संपर्क ही नहीं किया।"*
*पुजारी ने भी बताया यही तो बात है जो लोग ईश्वर से संपर्क करते हैं उनका दुःख खत्म हो जाता है। लोग संपर्क ही नहीं करतें और कहतें हैं दुःखी है। जो संपर्क करेगा वो दुःख से मुक्त हो जाएगा।*
*ईश्वर से सम्पर्क करने का नम्बर नीचे लिखा है -* 👇
*_हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।_*
*_हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ।।_*
गलत तो नही हू न सखी ।
बस अब चलता हू
तुम्हरा दोस्त
Sandeep Sharma Sandeepddn71@gmail.com Sanatansadvichaar.blogspot.com,
Jai shree Krishna g