# एक कप कॉफी पार्ट - 2
बहुत सोचने के बाद मैंने ब्लू और येलो मिक्स सूट पहना,मैचिंग यरिंग पहने,नेलपॉलिश लगाया और एक छोटी सी बिंदी फिर मैं ऑटो पकड़ के निकल गयी...
बेशक शादी अरेंज मैरिज हो रही थी पर शायद कहि न कही इस रिस्ते में कुछ तो था जो मुझे और अंश को करीब ला रहा था...!!
बीते कुछ दिन में एक सुबह जब मैं उठी तो मेरे वाट्सअप पर मैसेज देखा..अंश का था...
लिखा था," सालो बाद तुमसे मिलकर अच्छा लगा,क्या हम अपनी दोस्ती को फिर नये तरीके से सुरु कर सकते है,,,मैंने हां में जवाब दिया..!!
कब हमने 5 मिनट की कॉल 5 घण्टो में बदल दी,जाने कब 5 घण्टो से हर पल में बदल दी..!!
मैं बदलने लगी थी,अंश की रंगों में ढलने लगी थी,हम एकदूसरे के पसन्द ना पसन्द जानने लगे थे,वो भी अपनी हर बात बताने लगा था,उसके दोस्तों को जानने लगी थी...हमारी दोस्ती जो बचपन में एक कॉफी कैफे ,एक कप कॉफी से शुरू हुई थी,वो अब प्यार में बदलने लगी थी...!!
मैं ऑटो में बैठे यही सब सोच रही थी,और मुस्कुरा रही थी,तभी ऑटो ड्राइवर ने कहा मैम आपका कॉफी कैफे आ गया...मैं ऑटो से उतर गई,,अंश पहले ही वहाँ मेरा इंतजार कर रहा था...
आज वो भी मेरी फेवरेट कलर ब्लू रंग का शर्ट पहने हुआ था,आज उसके चेहरे पर सुकून भरी मुस्कान थी,मैं पास पहुंची और फिर अंश ने हाथ थाम कर कहा कि चले...
फाइनली आज मैं और अंश हमारी दोस्ती से परे हमारे प्यार के रिश्ते में आगे बढ़ रहे थे,,,,"एक कप कॉफी" के साथ...!!!