ममता
ममता जी एक शिक्षिका हैं। यह विगत 25 वर्षों से लेखन से जुड़ी हुई हैं। यह फेसबुक तथा अन्य कई लेखन मंच से जुड़ी हुई हैं। इन्हें कई मंच से उत्कृष्ट लेखन हेतु प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। शब्द मंच पर इनकी कई रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। 'तांत्रिका लड़की और उसके बैल' नामक उपन्यास में इन्हें एक विजेता के तौर पर सफलता मिली है। इस पुस्तक के प्रकाशन के पश्चात इनकी एक और पुस्तक 'कैसी है यह जिंदगी' भी प्रकाशित हो कर उपलब्ध है। इन्हें कविता, कहानी व उपन्यास पढ़ने का शौक है।
तांत्रिक लड़की और उसके बैल
यह उपन्यास मुख्यतः जादू टोना और तंत्र क्रिया पर आधारित है। दुश्मनी के कारण एक नाबालिग को किस तरह जादू टोना सिखाकर पूरे समाज को तंग किया जाता है यह आपको इस उपन्यास में पढने को मिलेगा। उपन्यास में कुल पन्द्रह अध्याय हैं।जिसमें निजी दुश्मनी
तांत्रिक लड़की और उसके बैल
यह उपन्यास मुख्यतः जादू टोना और तंत्र क्रिया पर आधारित है। दुश्मनी के कारण एक नाबालिग को किस तरह जादू टोना सिखाकर पूरे समाज को तंग किया जाता है यह आपको इस उपन्यास में पढने को मिलेगा। उपन्यास में कुल पन्द्रह अध्याय हैं।जिसमें निजी दुश्मनी
कैसी ये जिन्दगी
इस उपन्यास में - 25 भाग है यह उपन्यास एक स्त्री के जीवन संघर्ष पर आधारित है। लेखिका - ममता-यादव (प्रान्जलि काव्य) पूर्णतः मौलिक व स्वरचित तथा सर्वाधिकार सुरक्षित रचना
कैसी ये जिन्दगी
इस उपन्यास में - 25 भाग है यह उपन्यास एक स्त्री के जीवन संघर्ष पर आधारित है। लेखिका - ममता-यादव (प्रान्जलि काव्य) पूर्णतः मौलिक व स्वरचित तथा सर्वाधिकार सुरक्षित रचना
महफिलें जाम ओ मीना
मय, मयकश, मयकशीऔर मयखाना यह विषय बहुतो का पसंदीदा विषय है और बहुतो के लिए हमेशा से एक विचारणीय विषय भी रहा है। अनेक रचनाकारों ने इस विषय पर अपनी-अपनी शैली में रचनाओं का सृजन किया। आदरणीय सुप्रसिद्ध कवि श्री हरिवंश राय बच्चन की कलम से इस विषय पर कालजय
महफिलें जाम ओ मीना
मय, मयकश, मयकशीऔर मयखाना यह विषय बहुतो का पसंदीदा विषय है और बहुतो के लिए हमेशा से एक विचारणीय विषय भी रहा है। अनेक रचनाकारों ने इस विषय पर अपनी-अपनी शैली में रचनाओं का सृजन किया। आदरणीय सुप्रसिद्ध कवि श्री हरिवंश राय बच्चन की कलम से इस विषय पर कालजय