निर्जला एकादशीसोमवार यानी 21 जून को समस्तहिन्दू धर्मावलम्बी निर्जला एकादशी के व्रत का पालन करेंगे |इसी दिन योग दिवस भी है | सर्वप्रथम सभी को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ... योगाभ्यासकरते हुए सभी स्वस्थ रहें, यही कामना है... बारह हिन्दी मासों में कृष्ण पक्ष औरशुक्ल पक्ष की कुल मिलाकर चौबीस एकादशी आ
रंग की एकादशी – कुछ भूली बिसरी यादेंआज फाल्गुनशुक्ल एकादशी है, जिसे आमलकी एकादशी और रंग की एकादशी के नाम से भी जाना जाता है | इस दिनआँवले के वृक्ष की पूजा अर्चना के साथ ही रंगों का पर्व होली अपने यौवन मेंपहुँचने की तैयारी में होता है | बृज में जहाँ होलाष्टकयानी फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से होली के उत्सव
एकादशी व्रत 2020 की लिस्ट हिन्दू धर्म में एकादशी का विशेष महत्त्व है | पद्मपुराण के अनुसार भगवान् श्री कृष्ण नेधर्मराज युधिष्ठिर को एकादशी व्रत का आदेश दिया था और इस व्रत का माहात्म्य बतायाथा | प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशी होती है,और अधिमास हो जाने पर ये छब्बीस हो जाती हैं | वर्ष 2020 में अधिक मास होन
देवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाह हिन्दू धर्म मेंएकादशी तिथि का विशेष महत्त्व है | Astrologers तथा पौराणिकमान्यताओं के अनुसार प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशी होतीहै, और अधिमास हो जाने पर ये छब्बीस हो जाती हैं | इनमें से आषाढ़ शुक्ल एकादशी को जब सूर्य मिथुन राशि में संचार करता
हिन्दू धर्म में बहुत सारे पर्व और त्योहार मनाये जाते है | उसी तरह हिन्दू धर्म में देवउठनी एकादशी का बहुत महत्व होता है | यह पर्वे शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव जागरण के रूप में मनाया जाता है | इस बार यह पर्वे ८
देवशयनी एकादशी, आषाढ़ी एकादशी, विष्णु एकादशी,पद्मनाभा एकादशी हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्त्व है| प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशी होती है, और अधिमास हो जाने पर ये छब्बीस हो जाती हैं | इनमेंसे आषाढ़ शुक्ल एकादशी ekadashi को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है |
रंग की एकादशी – कुछ भूली बिसरी यादेंकल रविवार 17मार्च को फाल्गुन शुक्ल एकादशी है | यों आज रात्रि ग्यारह बजकर चौंतीस मिनट के लगभग वणिजकरण, शोभन योग और पुनर्वसु नक्षत्र में एकादशी तिथि का आगमनहो जाएगा, किन्तु उदया तिथि होने के कारण कल एकादशी का उपवासरखा जाएगा | इस प्रकार जैसी कि मान्यता है कि द्वादशी
एकादशी व्रत 2019आने वाले तीनदिन बाद सन् 2018 को विदा करके सन् 2019 में विश्व प्रवेश करेगा | नववर्ष कीअग्रिम शुभकामनाओं सहित प्रस्तुत है वर्ष 2019 में आने वाले हिन्दू पर्व औरत्योहारों की तिथियाँ… सबसे पहले एकादशी…हिन्दू धर्म में एकादशी का विशेष महत्त्व है | पद्मपुराण के अनुसार भगवान् श्री कृष्ण नेधर्
देवोत्थान एकादशीहिन्दू धर्म मेंएकादशी तिथि का विशेष महत्त्व है | Astrologers तथा पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रत्येक वर्षचौबीस एकादशी होती है, और अधिमास हो जाने पर ये छब्बीस होजाती हैं | इनमें से आषाढ़ शुक्ल एकादशी को जब सूर्य मिथुन राशि में संचार करताहै तब उसे देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है
आज समस्त हिन्दूधर्मावलम्बी निर्जला एकादशी के व्रत का पालन कर रहे हैं | बारह हिन्दी मासोंमें कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की कुल मिलाकर चौबीस एकादशी आती हैं | अधिक मास होने पर इनकी सनखया छब्बीस भी हो जाती है – जैसे इस वर्ष हो गईहै | हिन्दू सम्प्रदाय में एकादशी व्रत का बहुत महत्त्व मानागया है | इनमें ज्ये