फाग मत गाइए
दाडियो में हाथ डाला बंजर में खाद डाला
समझाने का इतना लम्बा राग मत गाइए
गोली संग होली खेले सीमा पे जवान अपने
संसद के आहतो में फाग मत गाइए
कूट कूट कूटनीति घोल कर पी गये है
जलता कश्मीर मत बांसुरी बजाइए
कितने हिसाब बाकि शहीदों के हो गये है
लातो के भूतो को नहीं बातें समझाइये !!