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गहरी खामोशी

15 मई 2023

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 कभी - कभी ना
 कुछ बाते , कुछ वादे 
और कुछ यादे
बहुत तकलीफदेह होती है
जिसके याद आते ही हम
एक गहरी खामोशी में चले जाते है
और तब कुछ भी अच्छा नहीं लगता है
हर चीज़ बेगाना सा लगने लगता है
जैसे कि हम यहां के है ही नहीं
हर चेहरा अजनबी सा लगने लगता है
जैसे कि हम किसी को पहचानते ही नहीं हैं ।

          01:04 pm
10/05/2023
                      रिया सिंह सिकरवार " अनामिका "
                  
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रचनाएँ
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जिंदगी की सच्ची बाते
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गहरी खामोशी

15 मई 2023
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कभी - कभी ना कुछ बाते , कुछ वादे और कुछ यादेबहुत तकलीफदेह होती हैजिसके याद आते ही हमएक गहरी खामोशी में चले जाते हैऔर तब कुछ भी अच्छा नहीं लगता हैहर चीज़ बेगाना सा लगने लगता हैजैसे कि ह

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वो भूल थी मेरी ...

15 मई 2023
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तुम जो आए मेरी जिंदगी मेंमेरी दुनिया बदल गयीहर चीज मिला मुझेमुझे हर ख़ुशी मील गयीवो भूल थी मेरी ...मेरी जिंदगी बदल गयीवास्ता जब हुआ सच सेसच में मैं पूरी बिखर गयी11:09 pm &nb

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बडा बेरहम था इश्क मेरा

15 मई 2023
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बडा बेरहम था इश्क मेरावक्त आया जब साथ देना कातो साथ छोड़ दिया ...खैर .....ना शिकवा इश्क से हैना शिकायत खुदा से हैबस ख़फ़ा मैं खुद से हूँ के मेरा इश्क ऐसा क्यों ? 10:02 am13/05/2023 &nb

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