जिंदगी की सच्ची बाते
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कभी - कभी ना कुछ बाते , कुछ वादे और कुछ यादेबहुत तकलीफदेह होती हैजिसके याद आते ही हमएक गहरी खामोशी में चले जाते हैऔर तब कुछ भी अच्छा नहीं लगता हैहर चीज़ बेगाना सा लगने लगता हैजैसे कि ह
तुम जो आए मेरी जिंदगी मेंमेरी दुनिया बदल गयीहर चीज मिला मुझेमुझे हर ख़ुशी मील गयीवो भूल थी मेरी ...मेरी जिंदगी बदल गयीवास्ता जब हुआ सच सेसच में मैं पूरी बिखर गयी11:09 pm &nb
बडा बेरहम था इश्क मेरावक्त आया जब साथ देना कातो साथ छोड़ दिया ...खैर .....ना शिकवा इश्क से हैना शिकायत खुदा से हैबस ख़फ़ा मैं खुद से हूँ के मेरा इश्क ऐसा क्यों ? 10:02 am13/05/2023 &nb