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God not like my love

5 अगस्त 2022

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                 ** गॉड नोट लाइक माई लव ** 

कहते हैं मोहब्बत यदि किसी से हो जाए तो उसे भूला नहीं सकते और ना हो तो उस के, होने के सपनों में डूबे रहते हैं जिसे मिलती है उन्हें कदर नहीं होती और जिन्हें कदर होती है उन्हें मिलती नहीं।  यह मोहब्बत कुछ ऐसी ही होती है। एक यदि सच्ची मोहब्बत करता है तो दूसरा साथ नहीं देता दोनों साथ होते हैं तो समाज रिश्ते यह सब साथ नहीं देते ।
पर इस मोहब्बत की कहानी , की तो बात ही कुछ अलग है। यहां दोनों प्रेमी साथ है, समाज परिवार सब कुछ साथ है , पर कोई एक है जो इन सब के खिलाफ है। दोनों के प्यार के खिलाफ था, शायद 
वो कौन था यह तो आप को आगे पता चल ही जाएगा ।
यह कहानी सन 2015 की है राजस्थान की अरावली पर्वत मालाओं के बीच बसा हुआ उसका एक खूबसूरत गांव, लड़का उसी गांव में रहता था । नाम था अजय , वह अपने गांव से उदयपुर शहर में हमेशा जॉब के लिए जाया करता था वह खुश था अपनी लाइफ में पर उसकी लाइफ में कुछ तो कमी थी । एक साथी की जो उसे बात करें, जो उसे प्यार करें औरों को देखकर वह सोचता था कि कब उस भी कोई मिलेगी । पर अजय का ये इंतजार बहुत जल्दी ही पूरा हुआ । अजय के दोस्त दिल की शादी थी। राजस्थान में शादी यानी घर में 15 दिन का त्यौहार लोगों को आना मेहमानों का आना घर पूरा भरा भरा सा रहता है। सब का एक साथ में रहना खाना-पीना काम करना एक साथ में हंसी मजाक करना यह ,शादी वाले घर मैं चलता रहता है । दिल अजय का खास दोस्त था इसलिए अजय का भी खाना पीना सोना दिल के घर पर ही था । वहीं पर उसकी मुलाकात एक लड़की से हुई थी । ऐसे तो अजय की कुंडली जिसने भी देखी उसने यही कहा कि प्यार बहुत है । तुम्हारी जिंदगी में , लव मैरिज होगी तुम्हारी तो पक्की शायद यही भविष्यवाणी सच हो रही थी । अजय को वह लड़की पहली ही नजर में पसंद आ गई थी।
सच तो यह है जब आप किसी ऐसे को देखते हैं । जिसे देखते ही दिल और दिमाग दोनों शांत होकर वहीं रुक जाए और बस दिल की धड़कन सुनाई दे , यानी उसे आप के दिल ने पसंद किया है । समझो बस ऐसा ही कुछ हुआ अपने अजय के साथ । उसकी आंखों से आंखें मिली और दिल और दिमाग एकदम से उसके ही, होकर रह गए । दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्कुराए, बस फिर क्या था यही सिलसिला चलता रहा । एक दूसरे को देखना , मुस्कुराना , खुशी महसूस करना, दिल का बेचैन होना । अब अजय जॉब पर तो जाता था , पर उसे उससे भी जल्दी घर आने की तलब लगी रहती थी । कब टाइम पूरा हो और कब बैग लेकर भागू और जाकर आरती के दर्शन करू । आरती मतलब पूजा वाली आरती नहीं ये उस लड़की का नाम था जिसे देखकर अजय के दिल मे कुछ कुछ होता था। दिल की शादी को अब 5 दिन ही बाकी थे अजय ने अब जॉब से छुट्टी ले ली थी 5 दिन की । आरती को भी अजय दिल से पसंद आ गया था । अब उसकी सहेलियां जब भी अजय को देखती, आरती को इशारे करती और उसे छेड़ दी थी। ऐसा ही कुछ अजय के दोस्त भी करते थे अजय के साथ। देख देख वो तुझे देख रही है यार तेरे लिए तो चाय लेकर आई, और हम लोगों के लिए नहीं । बस ऐसे ही प्यार भरा माहौल था । पर एक बात है इस प्यार में उन दोनों के बीच आमने-सामने बातें नहीं होती थी , बस आंखों से ही सारी बात कही सुनी और समझी जाती थी l आगे वाले का दिल क्या कह रहा है क्या पूछ रहा है क्या चाहता है यह सारी बातें आंखों से आंखें मिलाकर की जाती थी। इतने दिन हुए पर दोनों ने आपस में मिलकर कुछ बात नहीं की। शादी वाले दिन सब डांस कर रहे थे अजय मैं भी अपना डांस दिखाया आरती को उसका डांस बहुत पसंद आया । कुछ समय बाद दोनों के बीच में बातचीत हुई , दिल की शादी पूरी होने तक दोनों ने एक दूसरे से बहुत अच्छी तरह से बात की दोनों फेसबुक फ्रेंड भी बने । शादी के बाद सारे मेहमान अपने अपने घर जाने लगे थे वह भी अपने घर जाने वाली थी पर उससे पहले एक बार अजय को देखना चाहती थी उससे मिलना चाहती थी । पर ऐसा हो नहीं सका उस दिन अजय जॉब से लेट घर लौटा और वह शाम को चली गई थी। 
फिर क्या था उन दोनों में चैट से बात होने लगी फिर एक दूसरे के नंबर लेकर कॉल पर बात होने लगी, धीरे-धीरे यही सिलसिला चलता रहा एक दूसरे के बारे में जान ना पहचान ना आगे के सपने अपने लाइफ के बारे में यह सब बातें होने लगी । अब दोनों ने शादी की बात को लेकर आपस में बातें करनी शुरू कि , दोनों के विचार दोनों के हाव भाव सब कुछ मिलने लगा था दोनों शादी के लिए तैयार थे और परिवार भी अब उनका इस शादी के लिए तैयार था। इस शादी में कहीं पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी l पर यह सब खुशियां किसी एक को पसंद नहीं आ रही थी । वह यह सब बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था वह नहीं चाहता था कि अजय कि जिंदगी में कोई साथी आए, इसलिए उसने अपना काम शुरू किया ।
पर अजय इन सब बातों से अनजान था । वह खुश था शादी की बात को लेकर तभी अजय की जिंदगी में एक और खुशी आई उसका प्रमोशन हो गया अपनी ही कंपनी में , हो बहुत खुश था । आज शुक्रवार था 29 तारीख कल शनिवार 30 तारीख को अजय को सुबह 5:00 बजे अजमेर के लिए निकलना था कंपनी के किसी काम से। इसलिए अजय ने सोचा कि क्यों नहीं आरती को नए महीने में फर्स्ट तारीख को व खुशखबरी दे उसका प्रमोशन हो गया है और उसकी खुशी को वह फील करे, देख सके समझ सके इसलिए उसने कोई जल्दबाजी नहीं की और सोचा कि 1 तारीख को वह प्रमोशन वाली खबर खुद आरती को सुनाएगा । यही बात सोचकर अजय शुक्रवार को उसने आरती से कहा कि उसे कल सुबह जल्दी अजमेर जाना है कंपनी के काम से इसलिए वह सोना चाहता है इतना कहकर वह जल्दी से सो गया । और मन ही मन यह सोचने लगा 1 तारीख को हो आरती को जब अपने प्रमोशन की बात कहेगा तब वह कितना खुश होगी । यही सोचते-सोचते अजय सो गया अगले अगले दिन सुबह 4:00 बजे उठकर अजय ने आरती को गुड मॉर्निंग का मैसेज किया और फिर तैयार होकर 5:00 बजे की बस से अजमेर के लिए रवाना हो गया। मौसम बारिश का था तो बदलते नेटवर्क आ नहीं रहा था जा रहा था कुछ इस तरह का प्रॉब्लम था । वह खिड़की के पास बैठा मन ही मन मुस्कुरा रहा था आरती को लेकर के जब वह उसे अपने प्रमोशन की खबर सुन आएगा तो कितनी खुश होगी इन सब बातों की खुशी उसके चेहरे पर साफ साफ नजर आ रही थी। पर वो इस बात से अनजान था कि उसकी पीठ के पीछे कुछ और ही खेल हो रहा है । अजय बार-बार अपने फोन को देख रहा था नेट चालू करके कि आरती का कुछ मैसेज आया गुड मॉर्निंग का, पर ऐसा कुछ नहीं था उसने अजय की गुड मॉर्निंग का मैसेज अभी तक देखा भी नहीं था। बस इस तरह से पूरा दिन ही अजय का काम में निकल गया आज शाम को जो अजमेर से रवाना हुआ रात को 11:00 बजे घर पहुंचा हूं उसने बहुत सारे मैसेज किए आरती को पर कोई रिप्लाई नहीं आया और ना ही कोई मैसेज देखे उसेन। थोड़ी चिंता हो रही थी अजय को , उसने आरती को कॉल लगाया पर उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। उसने सोचा शायद किसी काम में होगी या कुछ हुआ होगा । यही सोच कर अजय उस रात सो गया ऐसे भी वह बहुत थका हुआ था इसलिए । आज महीने की 1 तारीख थी, रविवार का दिन था छुट्टी थी, अजय ने सबसे पहले उठकर आरती को मैसेज किया और उसने देखा कि अभी तक कोई मैसेज उसेन देखा नही , चाय नाश्ता करके तैयार हो गया और उसने फिर आरती को मैसेज किए बहुत सारे कॉल भी किए और फोन तो उसका स्विच ऑफ जा रहा था । अजय अब थोड़ा परेशान था कि आखिर क्या हो गया क्यों वह उसके किसी मैसेज का कॉल का जवाब नहीं दे रही है।  
 इसलिए अब वह दिल के घर पर गया कि वहां से उसे आरती के बारे में कुछ खबर मिलेगी क्या हुआ है कुछ बात होगी तो। जैसे अजय दिल के घर पर पहुंचा सब लोग अजय को देखकर थोड़ा सहम से गए दिल की मम्मी और उसकी भाभी आपस में कुछ बातें कर रही थी धीरे-धीरे । और बार-बार अजय की तरफ देख रहे थे। दिल की मम्मी ने हिम्मत करके अजय से कहा की वह आरती थी ना , उसे शुक्रवार रात को 2:00 बजे हार्ड अटैक आया था । सुबह 7:00 बजे उसके भाई को पता चला वह डॉक्टर के पास ले गए फिर डॉक्टर ने बताया कि उसकी मौत हो गई हो । और शनिवार सुबह 10:00 बजे उसका अंतिम संस्कार भी हो गया । यह सुनकर अजय एकदम से सुन हो गया वो बिना कुछ बोले सीधे घर पे आगया और वह बहुत रोया और रोते-रोते भगवान से शिकायत करने लगा की आखिर क्यों मेरे साथ ही यह सब कुछ होता है जब भी मैंने किसी से प्यार किया वह मुझे छोड़ कर चला गया आज पहली बार कोई मुझे मिली थी ,मुझसे प्यार करती थी मुझसे शादी करना चाहती थी । सब कुछ सही था समाज रिश्ते नाते कहीं किसी तरफ से कोई रुकावट नहीं थी। सब खुश थे , बस  तुझे पसंद नहीं था ना सारे रास्ते बंद थे तेरे लिए इसलिए तूने यह रास्ता अपना लिया तूने उस 22 साल की लड़की कोई उठा लिया आखिर क्यों तुझे मेरा प्यार करना पसंद नहीं आता उस लड़की के कितने सपने थे वह मुझसे कहा करती थी अपने सपनों के बारे में , सब उसके दिल में रह गए , वह सब अपने साथ लेकर चली गई थोड़ी सी तो फिक्र कर लेता इतना सब कहते हुए अजय रोता रहा रोता रहा ।   

                          Writer =Uttam Trivedi
                                          ( उत्तम कवि )
Uttam Trivedi

Uttam Trivedi

आप पड़े इसें बहुत अच्छी कहानी है ।

5 अगस्त 2022

Oza Harshda

Oza Harshda

5 अगस्त 2022

Nice 👍

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रचनाएँ
God not like my love
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ये कहानी एक लडके की हैं जो , बार बार प्यार करता है ।पर उसे अपने प्यार में सफलता नही मिलती , फिर एक बार मिलती है पर ।

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