अमावस की रात को झील किनारे बैठकर लिखे गए कुछ श्रापित शब्द। कृपया ना पढ़ें
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नीलावंती (भाग 1) शाम का वक्त है। कुछ कुछ सूरज अभी नज़र आ रहा है। कश्मीर की वादियों के पास में खड़ा वो छोटा सा गांव था जिसका नाम था नीलपुर...... इसी गांव के बाहर छोटे से ताल