shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

दो दिल रहे तड़प

रैना

6 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
8 पाठक
निःशुल्क

ये कहानी हैं राघव और रिबिका की जो दोनों ही अपनी अलग अलग दुनिया से हैं | राघव जहाँ पर ढेर सारे दोस्त बनता हैं वही पर रिबिका को दोश्ती से दर लगता हैं | एक दूसरे से नफरत नफरत करते करते कब प्यार हो गया इस बारे में दोनों को पता ही नहीं लगा पर एहसास हो चूका था की दोनों ही अब एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते | राघव अपनी फीलिंग्स को एक्सेप्ट कर चूका था पर रिबिका ये एक्सेप्ट नहीं करना चाहती थी वो समझती थी की जो उस के साथ पहले हुआ हैं मोहब्बत के नाम पर कहीं वो फिर से न हो जाये | एक दूसरे की मोहब्बत समझते हुए भी दोनों में दूरिया थी || जब तक रिबिका को इस बात का एहसास हुआ की राघव उससे सच्ची मोह्हबत करता हैं तभी किसी ने राघव की वो सच्चाई रिबिका को बताई जो राघव ने रिबिका से से छुपाई हुयी थी | सच्चाई सूनने के बाद रिबिका को ऐसा लगा की शयद वो फिर धोखा ही खायेगी और इसलिए वो शादी से मंडप से उठ कर भाग जाती हैं || आखिर राघव और रिबिका एक हो पाएंगे | जहाँ पर रिबिका अपने पहले से बदला ले रही हैं क्या वहीँ वो अपने दूसरे प्यार को एक और मौका देगी | रिबिका अंगारो भरी ज़िंदगी में राघव फूल बरसा पायेगा क्या ? जान ने के लिए प्लीज पड़े मेरी कहानी दो दिल रहे तड़प  

do dil rahe tadap

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

रिबिका की पहली झलक

29 अगस्त 2024
3
2
1

रिबिका, जो कि एक आम परिवार से हैं, जो कि अपनी फैमिली की शायद लाडली हैं। रिबिका और सुनेहा दोनों सिस्टर्स हैं और एक दूसरे की जान भी। दोनों बहनों में बहुत प्यार है और दोनों एक दूसरे के लिए लड़ती हैं, पर

2

नेहा का हैरान होना

29 अगस्त 2024
3
3
1

रिबिका के बारे में नेहा नही जानती थी | लेकिन शायद वो लडके जानते थे जो रिबिका को चोर आँखों से डरते हुए देख रहे थे | रिक्शा वाला भी ख़ुशी से देख रहा था और बोल रहा था कि आज तो इस कि खेर नही |  लडके :- दी

3

अतीत कि परछाई

2 सितम्बर 2024
1
1
1

रिबिका :- फॉर्मेलिटी नही हैं मैं सच में आपकी इज्ज़त करती हूँ | रिबिका गुस्से में कहती हैं |  मंजीत :- मंजीत रिबिका को कंधो से पकड़ कर चेयर बिठा देता हैं और फिर कहता हैं ठीक हैं मेरी माँ अब बैठ जा और अब

4

अतीत की गलतिया

2 सितम्बर 2024
0
0
0

पर राघव के दिमाग में सिर्फ एक ही बात घूम रही थी और वो थी कि आखिर रिबिका का सच क्या हैं ? वो एक नाकामयाब होकर भी सफल हैं कैसे | सर जिस तरह से बोल रहे थे उस से तो यहीं लगता हैं कि सर जानते हैं कि रिबिका

5

प्रागेन्सी का सच

2 सितम्बर 2024
0
0
0

मनोज को ऐसे रोते हुए देख कर रिबिका कि आँखों में आंसू आ जाते हैं और वो मनोज कि तरफ अजीब तरीके से देखने लग जाती हैं जैसे कि ये कह रही हो कि अब क्या फायदा तुम्हरे रोने का मेरे साथ तो जो होना था वो हो गया

6

प्रागेन्सी का सच

2 सितम्बर 2024
1
1
0

मनोज को ऐसे रोते हुए देख कर रिबिका कि आँखों में आंसू आ जाते हैं और वो मनोज कि तरफ अजीब तरीके से देखने लग जाती हैं जैसे कि ये कह रही हो कि अब क्या फायदा तुम्हरे रोने का मेरे साथ तो जो होना था वो हो गया

---

किताब पढ़िए