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दर्द ऐ इश्क

Vijay Malik Attela

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इस पुस्तकालय में लाखों करोड़ों दिल जो हर रोज न जाने एक दिन में तो छोड़ो एक घण्टे में एक घण्टा भी छोड़ो एक मिनट में तोड़ दिया जाते हैं चाहे कितने ही पुराना या फिर चाहे कितने ही नया क्यो न हो इस बीच रास्ते साथ छेड़छाड़ जाने वाले का दर्द बताया गया है इसके ऊपर क्या गुजराती है अधिकांश लोगों क्यों छोड़ देते हैं इसकी वजह भी बयां कि है बेवफाई के हर तमाम किस्से इसमें मिलेंगे। 

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