चोरी एक आत्मिक सत्य
जब में एक बार बाजार में जा रहा था तब मेरे मन में खयाल आया की एक ठेले गाड़ी से एक एप्पल उटाह लू जैसे ही में थेलेगाड़ी के पास गया ,और सेब उठाने वाला ही था पेट में नाभि के पास एक अजीब सी क्रिया हुई ! फिर मेने सोचा की ये तो नेचुरल हे तथा सब होती हे फिर भी लोग अपने मन की आवाज नही सुनकर ये चोरी जैसा ख़राब क