दिल्ली में पॉल्यूशन तो हर साल दिवाली के आस-पास होता है लेकिन दिवाली खत्म होने के एक दो हफ्ते में खत्म हो जाता था। मगर इस साल ये पॉल्यूशन खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। दिवाली खत्म होने के एक महीने के बाद भी यहां का पॉल्यूशन बढ़ता ही जा रहा है। इसके लिए दिल्ली सरकार भी एक्टिव हुई है लेकिन जहां से स
लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल सरकार और सीबीआई के बीच चल रही लड़ाई अब सियासी अखाडे में तब्दील हो चूकी है। बीते रविवार से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठी हैं। जिसे देख कर लग रहा है, अब यह लड़ाई 2019 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेगी। यह लड़ाई तय करेगी की दिल्ली की गलियों में किसका
आम धारणा है कि सुप्रीम कोर्ट के सफल वरिष्ठ वकील एक दिन में 50 लाख रुपये से भी ज्यादा कमा लेते हैं. उनकी तुलना में सुप्रीम कोर्ट के एक जज को मोटेतौर पर एक लाख रुपये महीना वेतन मिलता है. हालांकि ये भी सही है कि भत्तों और आवास की सुविधा के साथ-साथ उनको कई सहूलियतें मिलती हैं. संभवतया इसी कड़ी में अट
एक ऐतिहासिक फैसले में,सुप्रीम कोर्ट ने आजविवादास्पद समलैंगिक यौन संबंधपर विवादास्पद धारा377- 158 वर्षीय औपनिवेशिक कानून कोरद्द कर दिया है।सुप्रीम कोर्ट ने अपनेफैसले को उलटदिया और कहाकि सेक्ट्यूऑन 377 तर्कहीनऔर आर्बिटरी है।"एलजीबीटी समुदाय के पासकिसी भी सामान्यनागरिक क
राफले सौदे परसर्वोच्च न्यायालय में पीआईएलदायर कि गयी है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अनुसार,सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्तेयाचिका सुनने पर सहमतहो गया है।पीआईएल वकील एमएलशर्मा द्वारा
सितंबर 2018 शुरू हो चुका है. चार दिन बीत भी चुके हैं. इन चार दिनों में देश में बहुत कुछ हुआ है. कहीं बाढ़ आई है, तो कहीं गोभक्तों के हमले में बुजुर्ग का हाथ टूट गया है. कहीं बीएसपी के नेता की हत्या हुई है, तो इसी महीने में तेल के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं. लेकिन इन सभी खबरों के अलावा कुछ और बड़े मसले ह