shabd-logo

जब से तुम गयी हो

hindi articles, stories and books related to Jab se tum gayi ho


जबसे तुम गये हो लगता है की जैसे हर कोई मुझसे रूठ गया है हर रात जो बिस्तर मेरा इंतेजार करता था, जो दिन भर की थकान को ऐसे पी जाता था जैसे की मंथन के बाद विष को पी लिया भोले नाथ नेवो तकिया जो मेरी गर्दन को सहला लेता था जैसे की ममता की गोदवो चादर जो छिपा लेती थी मुझको बाहर की दुनिया सेआजकल ये सब नाराज़

संबंधित किताबें

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए