जे॰ के॰ रोलिंग
जे. के. रोलिंग का असली नाम जोआन मुर्रय है, जिसका इस्तेमाल वे निजी जीवन में करती हैं। उनका जन्म 31 जुलाई 1965 को इंग्लैण्ड के येट, ग्लोसेस्टरशायर नामक स्थान पर हुआ था। उनके पिता पीटर जेम्स रोलिंग रॉल्स-रॉयस नामक एक मशहूर कंपनी में विमान इंजीनियर थे। उनकी माँ एन रोलिंग फ्रेंच तथा स्कॉटिस माता-पिता की संतान थी। कुछ समय बाद ही यह परिवार येट के पास के ही गाँव विंटरबार्न में जाकर बस गया। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सेंट माइकल प्रराइमरी स्कूल में हुई। 1982 में रोलिंग ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की प्रवेश-परिक्षा में भाग लिया, लेकिन उन्हें ऑक्सफोर्ड में प्रवेश नहीं मिल पाया और मजबूरन फ्रेंच तथा प्राचीन साहित्य की पढ़ाई के लिए उन्हें एक्सेटर विश्वविद्यालय में बी. ए. में प्रवेश लेना पड़ा इस कॉलेज में जैसे-जैसे उनके नए मित्र बनते गए, उन्हें अपने कॉलेज जीवन में भी आनंद आने लगा और उनका मन पढाई में भी लगता चला गया। अपनी पढाई के सिलसिले में वें कुछ समय पेरिस में भी रही। 1986 में उन्हें बी. ए. डीग्री मिल गई और उसके बाद वें लंदन स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल संस्था में शोध सचिव के रूप में काम करने लगी। कुछ साल लंदन में काम करने के बाद रोलिंग ने मैनचेस्टर में रहने का फैसला किया। इसके बाद अंग्रेजी भाषा के अध्यापन के लिए वें पुर्तगाल चली गई। यहाँ उनकी मुलाकात पुर्तगाल के एक टेलीविजन पत्रकार जॉर्ज अरांतेस से हुई। दोनों की ही दिलचस्पी साहित्य में थी, धीरे-धीरे वें एक-दूसरे के करीब आते चले गए और 16 अक्टूबर 1992 को दोनों ने विवाह कर लिया। विवाह के अगले साल ही जुलाई में उनकी पुत्री जेसिका इजाबेल का जन्म हुआ, लेकिन पारस्परिक वैचारिक मतभेद के कारण यह विवाह ज्यादा नहीं चल पाया और नवम्बर, 1993 में वें एक दूसरे से अलग हो गए। उनके देश इंग्लैण्ड की सामाजिक सुरक्षा इतनी मजबूत है कि बेरोजगारी के कारण राज्य से मिलने वाली आर्थिक सहायता के बल पर वें न केवल अपनी बेटी का पालन पोषण ठीक से कर पाई, बल्कि दुनिया के एक सर्वाधिक लोकप्रिय होने वाले उपन्यास का सृजन भी कर पाई, जिसने उनकी जीवन की दिशा ही बदल दी। 2001 में रोलिंग ने नील माइकल मूरे नामक एक डॉक्टर से दूसरा विवाह कर लिया था। 2005 में उनकी सबसे छोटी बेटी मेकेंजी का जन्म हुआ। रोलिंग "हैरी पॉटर " प्रकाशित होने से पहले गरीब थीं। उस समय वे बड़े उत्साह से लिखा करती थीं, उनकी कहानी में रोचक और सजीव व्यक्तित्वों का सशक्त वर्णन था।
"हैरी पॉटर" के ७ ग्रंथों को पढ़कर अच्छी तरह दिखाई देता है, कि कहानी के प्रमुख पात्रों का व्यक्तित्व रोलिंग के जीवन के महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों पर आधारित हैं। रोलिंग हमेशा लेखिका रहीं, लेकिन लेखों को बेचना शुरू में असंभव लगता था। १९९० में वे "हैरी पॉटर" लिखने लगीं। उन्होंने कहा, कि एक बार, रेलगाडी के लम्बे सफ़र में हैरी पॉटर ने जन्म लिया। कुछ समय बाद रोलिंग की माता जी की मृत्यु हुई, ऐसे कि पहले उसे रोलिंग ने हैरी पॉटर के बारे में कुछ नहीं बताया था।रोलिंग अपने दर्द को छिपाने के लिए पढ़ने और लिखने में डूब गयी। इस समय अत्यंत मेहनती "हैर्मिओनी" के चारित्र का जन्म हुआ। 1990 के दशक में अनेक प्रकाशकों ने उनके हैरी पॉटर श्रृंखला के पहले उपन्यास को छापने से इनकार कर दिया था। अनेक अस्वीकृतियों तथा निराशाओं के बाद आखिर उनका पहला उपन्यास "हैरी पॉटर एंड द फिलोस्फर्स स्टोन" 1997 में प्रकाशित हुआ। इस उपन्यास ने दुनिया भर में धुम मचा दी। 1998 में जब अमेरिका में इस उपन्यास का दूसरा संस्करण "हैरी पॉटर एंड सोंर्सेरर्स स्टोन नाम से प्रकाशित हुआ तो पाठक इसकी प्रति खरीदने के लिए दुकानों पर उमड़ पड़े थे इस श्रृंखला में रोलिंग के अब तक सात उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैंऔर वें सभी पाठकों में अत्यधिक लोकप्रिय रहे हैं। अब तक पॉटर उपन्यास के श्रृंखला के सभी उपन्यासों पर फिल्मे बन चुकी है और उन सभी को दुनिया भर में असाधारण सफलता मिली है। उपन्यासों तथा फिल्मों की सफलता ने रोलिंग को एक अरबपति लेखिका में परिवर्तित कर दिया है।
हालाँकि हैरी पॉटर श्रृंखला खत्म हो चुकी है पर रोलिंग अभी अन्य लेखन कार्यो में काम कर रही है।'द टेल्स ऑफ़ बीडल द बार्ड'- पांच कल्पित कथाओ का संग्रह जिसका उल्लेख हैरी पॉटर में किया गया था, उसका सर्व प्रथम प्रदर्शन एडिनबुर्ग में स्कॉटलैंड के राजकीय पुस्तकालय में २०० स्कूल विद्यार्थियो के समक्ष हुआ। रोलिंग ने पुस्तक की सारी कमाई ‘चिल्ड्रन हाई लेवल ग्रुप’ संस्था को दे दी जिसकी वो सह संस्थापक थी। २०१३ में रोलिंग ने अपराध परि कल्पना की रचना शैली में लिखने का प्रयास किया परन्तु वो अपने में ही बहुत रहस्य पूर्ण थी। उसी वर्ष रोलिंग ने 'वार्नर ब्रोस' के साथ एक नयी फ़िल्म निकालने की घोषणा की जो हैरी पॉटर से प्रभावित तो होगी परन्तु उसका भाग नहीं। उन्होंने अपनी वेब साइट पे घोषित किया की वे हैरी पॉटर का विश्व कोश लिखेंगी जिस की सारी कमाई संस्थाओ को जाएँगी।
जे.के.रोलिंग प्रसिद्ध हैरी पॉटर उपन्यासों के लिए जानी जाती है। सन २००४ में फोर्ब्स पत्रिका ने जे.के.रोलिंग का नाम दुनिया में पुस्तके लिखने से अरब पती बने पहले लेखक के रूप में, विश्व कि दूसरी सबसे अमीर मनोरंजक के रूप में घोषित किया। रोलिंग ने इस गणना को विवादित ठहराते हुए कहा है कि, उनके पास संपत्ति तो बहुत है परन्तु वो एक अरब पती नहीं है। इसके साथ ही २००८ के सन्डे टाइम्स में ब्रिटेन के सबसे धनी लोगो की सूची में रोलिंग का नाम १४४ स्थान पर था। २०१२ में फोर्ब्स पत्रिका ने रोलिंग को सबसे अमीर लोगो की सूची से हटा दिया यह दावा करके कि १६० लाख डॉलर धर्मार्थ में देने और ब्रिटेन के अधिक कर दर के कारण अब वे अरब पती नहीं रहीं। फरवरी २०१३ में बीबीसी रेडियो ४ पर 'वूमन्स आर' के द्वारा जे.के.रोलिंग का आकल न संयुक्तराज की तेरहवी सबसे प्रभावशाली महिला के रूप में किया गया। रोलिंग अब ब्रिटेन की तेहरवी सबसे संपन्न महिला है, ब्रिटेन की महारानी से भी अधिक संपन्न। वे और पुस्तके लिखने का विचार तो नहीं कर रही है परन्तु वे इस सम्भावना को पूरी तरह से खारिज़ भी नहीं करती है। नवम्बर २००१ में 'हैरी पॉटर एंड सोरसेरे रस्टोन'के क्रिस कोलंबस के निर्देशन में फ़िल्मी अनुवाद हुआ। फ़िल्म के निकलने के शुरूआती सप्ताह में ही उसने ९३.५ लाख डॉलर कमा कर बॉक्स ऑफिस का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 'हैरी पॉटर श्रृंखला'की बाकी किताबो नेभी इसी प्रकार अधिकाधिक कमाई की।