9 मई 2023
जीवन की स्टोरी लाजवाब हो थ्योरी। ऐसा भोलापन हो जैसे गांव की छोरी। खाना हल्कापन पूरा न भरे बोरी। लहू में उमड़ती श्याम संग होरी। पलको के अन्दर दर्शन हो मोरी।