shabd-logo

कौन सही है और कौन गलत

13 सितम्बर 2021

24 बार देखा गया 24
तो यहां से शुरू होती है , ये कहानी : 



राहुल ने कहा , " ऐसे कैसे एम मुझे छोड़ कर जा सकती हो यार ।। " 

हां , 
राहुल और ईशा , ये दो नाम याद कर लीजिएगा ।। इन दोनो से मुलाकात हो रही है आप की , इस कहानी द्वारा ।।


राहुल बहुत टेंशन में था , और उस ने ये सवाल पूछा , क्योंकि ईशा कहीं जाने के लिए अपना बैग पैक कर रही थी ।। और वो राहुल से बात नहीं कर रही थी ।।


जब ईशा ने राहुल का क्वेश्चन अनसुना कर दिया , तो राहुल ने एक बार फिर से पूछा " मैं कुछ पूछ रहा हूं ईशा , ऐसे कैसे तुम मुझे छोड़ कर जा सकती हो ? "



" ऐसे कैसे , ये तुम पूछ रहे हो राहुल , तुम " , ईशा ने अपने सामान को बैग में डालते हुए पूछा ।। वो इस बात को काफी कैजुअली ले रही थी , शायद वो किसी बात से इतनी नाराज हो चुकी थी कि अब उसे संभाल ने की कोशिश भी नहीं कर रही थी ।। 


" ऐसा क्या हो गया यार , ऐसा क्या कर दिया मैं ने ? , कुछ बोलोगी भी तुम ? " , राहुल उस वक्त बहुत उलझा हुआ था , क्योंकि ईशा उस के किसी भी सवाल का सीधे मुंह जवाब ही नहीं दे रही थी ।।


ईशा ने परेशान और लगभग रोंधाई सी आवाज में राहुल को जवाब दिया , " मैं ने तुम्हारे साथ एडजस्ट कर ने में बहुत सारी प्रोब्लम्स फेस की है राहुल , जिसे तुम कभी नहीं समझ सकते , तुम हमेशा ही सिर्फ अपनी बात मनवाते हो , और दूसरों की सुनते ही नहीं ।। तुम्हे लगता है कि तुम जो बोल रहे हो , वही सही बोल रहे हो , ये करो , ऐसे करो , वैसे करो , वैसे मत करो , वो मत करो , पता नहीं और क्या क्या , मैं तंग आ गई हूं तुम से , राहुल ।। मैं , मैं तंग आ चुकी हूं तुम्हारे रोज के इस रूल बुक से , मुझ से नहीं झेला जाता है अब ये सब कुछ ।। मैं ने तुम्हे पसंद किया था , तुम्हारी रूल बुक को नहीं ।। हो सकता है कि तुम्हे पसंद होगा , ये रूल्स और बंधन में बंध के रहना बट मुझ से नहीं हो सकता , मैं बंधन में नहीं रह सकती ।। सॉरी राहुल , अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहती , और रह भी नहीं सकती ।। "

ईशा अब तक काफी टूट चुकी थी , राहुल को ये समझाने की कोशिश कर रही थी , कि अब वो राहुल के रूल बुक से थक चुकी थी ।। वो अब इरिटेट हो चुकी थी , और इन सारी चीजों से दूर जाना चाहती थी ।।



राहुल बेबाक इन सारी चीजों को देख रहा था , सुन रहा था ।। राहुल ने कुछ कहा नहीं , और बस खड़ा खड़ा आवाक सा ईशा को देखता रह गया ।।


ईशा ने बैग की चेन बंद की , और बैग हाथों में ले लिया ।। उस ने कहा , " मैं जा रही हूं , तुम्हें कुछ कहना है ।। "


राहुल ने उसे एक टक देखते हुए कहा , " मत जाओ ना प्लीज , ईशा प्लीज मुझे छोड़ कर मत जाओ , रिलेशनशिप में एक दूसरे के साथ , थोड़ा तो एडजस्ट कर ना ही पड़ता है यार , ये सब करते हैं , मैं भी कोशिश करूंगा , मैं वादा करता हूं ।। " 


ईशा ने लंबी से सांस ली और कहा , " अब मैं और एडजस्ट नहीं कर सकती राहुल , I am done ।। "


राहुल समझ चुका था , कि इस बार ईशा नहीं मानने वाली , उस ने फिर से वही सवाल पूछा , " पर अभी तुम जाओगी कहां ? , कोई , कोई और तो नहीं आ गया तुम्हारी लाइफ में ? , कहीं यही तो रीजन नहीं है तुम्हारे जाने का ? "


राहुल इस बात से नर्वस था , कि क्या उन की लाइफ में किसी थर्ड पर्सन की एंट्री हो चुकी है , और वो अपने इस सवाल का जवाब जान ना चाहता था ।। वो ईशा को टक टकी लगाए देख रहा था और शायद अपने सवाल के जवाब की तलाश कर रहा था ।।


ईशा ने अपने बैग पटका , और फिर उस ने जोर से चिल्ला कर कहा , " यही , यही सब कारण है तुम्हे छोड़ने का , ट्रस्ट नाम की चीज ही नहीं है तुम्हारे पास ।। और ये तो एक कारण हुआ , ऐसी बहुत सारी बातें हैं राहुल ... मैं नहीं  समझा सकती तुम्हें ।। और हां , मैं तुम्हे बता दूं , कि मैं अभी अपने घर जा रही हूं , मुंबई ब्रांच मैनेजर को मैं ने छुट्टी के लिए एप्लीकेशन दे दी है ।। मुझे एक हफ्ते की छुट्टी मिल गई है और अब बहुत दिन हो हुए हैं , मैं मम्मी पापा से मिली नहीं हूं , जा रही हूं उन के पास ।। "



राहुल को थोड़ी तस्सली तो थी इस बात की , कि उन के लाइफ में किसी 3rd पर्सन की एंट्री नहीं हुई ।। और इस बात की भी तसल्ली थी कि अगर ईशा अपने पैरेंट्स के पास रहेगी तो सेफ रहेगी ।। अब राहुल थोड़ा रिलेक्स था और उस ने पूछा , " और फिर ... वापस आ ने के बाद ? , फिर कहां रहोगी ।। 

ईशा ने दो मिनट तक कुछ सोचा और फिर उस के बाद उस ने कहा , " तब तक एक , तब तक एक पी. जी. ढूंढ लूंगी , टाइम मिल जाएगा थोड़ा और ।। "



" प्लीज़ यार ईशा , मैं मानता हूं कि मुझ से गलती हुई होगी , और तुम्हारा नाराज होना भी स्वाभाविक है , लेकिन ऐसे मत करो यार ।। तुम , तुम चाहो तो घर जा कर आ जाओ , पर मेरी लाइफ से मत जाओ प्लीज़ ।। तुम इस बारे में एक बार सोच कर तो देखो ईशा ।। " , राहुल अब भी काफी नर्वस था , वो नहीं चाहता था कि ईशा उस की लाइफ से दूर जाए ।। उस ने उसे मनाने की कोशिश भी की , लेकिन ईशा नहीं मानी ।।



" राहुल , तुम प्लीज मेरा टाइम वेस्ट मत करो , तुम जानते हो , इस बार मैं नहीं रुकूंगी ।। "
ईशा इस बार अपने डिसीजन पर बिल्कुल अटल सी नजर आ रही थी ।।


आलोक सिन्हा

आलोक सिन्हा

अच्छा और रोचक कथानक है |

13 सितम्बर 2021

2
रचनाएँ
Incomplete love
0.0
आजकल के दौर का प्रेम! दो लोगों के बीच की गलतफहमी झगड़ा... एडजस्ट करने का तरीका ... एक दिल को छू जाने वाली अधूरी मोहब्बत की दास्तां...

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए