कवि सम्मेलन जयंत में
1 दिसम्बर 2018
कवि सम्मेलन जयंत में
0 फ़ॉलोअर्स
मेरा जन्म माता श्रीमती सहदेई देवी और पिता श्री बलराम चौबे की संतान के रूप में 16 जुलाई सन 1960 (यथार्थ में 1962) को गांव बढ़ौली , पोस्ट-रॉबर्ट्सगंज, सोनभद्र, उ0 प्र0 में। सरकारी अभिलेखों में अजय कुमार चतुर्वेदी और साहित्य का क्षेत्र में कक्का जी के नाम से ज्ञात। आर्थिक तंगी के कारण इंटरमीडिएट तक कि नियमित शिक्षा के बाद रोजी-रोटी के जुगाड़ मे बाद में एमए (हिंदी) तक की शिक्षा।वर्तमान में एनटीपीसी सिंगरौली के मा.सं. विभाग में सहायक प्रबंधक के पद पर कार्यरत।
शुरू में हर विधा की रचनाएं , स्थानीय व आसपास के कवि सम्मेलन में जाना शुरु हुआ। मंचो पर विशेषकर हास्य व्यंग्य के कवियों उनकी रचनाओं को सुना तो लगा सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए आज के कवि हास्य व्यंग्य के स्तर को गिरा रहे है। मेरे दिमाक मे यह बात बैठ गयी कि हास्य व्यंग्य के गिरते स्तर को रोका जाए और मैंने हास्य व्यंग्य के क्षेत्र में कदम रखा। मैं चुटकुलों , भड़ैती और अश्लीलता से दूर हास्य व्यंग्य की मुक्कमल कविताएं और लेख लिखता और इसका पक्षधर हूँ। अभी तक हास्य व्यंग लेख और कविताओं की 7 कृतियाँ प्रकाशित और 2 दर्जन प्रकाशनाधीन है।देश के सम्मानित शताधिक पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर रचनाओं का प्रकाशन ,आकाशवाणी व कविसम्मेलनो मे शिरकत जारी है। छोटे मोटे सम्मान 'हास्य सुधाकर', 'मानव रत्न', 'काव्य सम्राट' ,सोनभद्र रत्न' ,साहित्य गौरव', साहित्य भास्कर', 'ग़ज़ल रत्न' एवं कई संस्थाओं द्वारा सम्मान और प्रशस्ति पत्र सम्मान प्राप्त।
D