लिखें प्रेम कविता '> कविता एँ...
लिखें देशप्रेम लिखें दया...
लिखें वफा लिखें हरियाली...
लिखें जीवन लिखें व्यंजन ...
लिखें रंग लिखें भाईचारा...
लिखें सुकून लिखें अमन...
लिखें बसंत लिखें औरत का मान...
लिखें ख्वाब लेकिन बार्डर पे छलनी सीनों पे..
सड़क किनारे भिखमंगो पे अखबारों की मैली खबरों पे लुटी अस्मिता पे चौराहों पे... खेतों में.. भूके पेटों में गरीब के नंगे बदन पे सरकारी अस्पातालों के बेडों पे सूनी उजडी मांगों में पोत आऊँ ये सारीं रस भरीं कविताएँ.. !!
ऐंसा मेरा दिल करता है..