मै एक हिंदी कवि और लेखक हू
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जीवन की राह अजीब होती है, कब कौन कहाँ , किसी से कब टकरा जाए और जीवन का हिस्सा बन जाए कहना और सोचना बहुत ही मुश्किल है I इंसानी जीवन का यह खासियत है की वह विश्वास और आशा के सहारे हमेशा गतिशील रहता है
एक अजीब सी कसमकश में था, जब कक्कू ने देखा की एक भूख से व्याकुल, लगभग मरणासन्न अवश्था में पड़े हुए भिखारी के तस्वीर को, कोण बदल बदल कर खिंचा जा रहा था. तस्वीर लेनेवाला व्यक्ति , निश्चित रूप से संपन्न