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कुछ तो है तेरे मेरे बीच में भाग -1

12 सितम्बर 2021

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वो बारिश का दिन कोई गाने ग रहा था, तो कोई पकोड़े का आनंद ले रहा था बच्चें बारिश में भीग रहे थे कि तभी एक गाड़ी आकर रुकती है उंसमे से एक आदमी बाहर आता है वो बहुत लंबा था , आंखों पर काला चश्मा और उसने काला सूट पहन रखा था और एक हाथ मे umbrella लिया हुआ था वो दौड़कर पीछे का दरवाजा खोलता है जिसमे से एक लड़की बाहर आती है उंसने रेड रंग का टॉप और काले रंग की जीन्स पहन रखी थी हाथ मे वाच और वो धीरे धीरे आगे बढ़ रही थी कि तभी पीछे से एक आवाज़ आती है और वो रुक जाती है!

कौन है आप? और यहां कैसे आयी ? 

उस लड़की ने मुड़कर देखा तो एक बूढ़ा आदमी आंखों पर गोल गोल चश्मा और वो लगड़ा कर चल रहा था की वो आदमी जो लड़की के साथ था वो बोला - काका ये है mrs मेघा राजवंशी क्या यही radhika भवन है ? 

ये सुनते ही काका घबरा जाते है और और कहते है - माफ करना बिटिया हम आपको पहचान नहीं पाए सिंह साहब ने बताया था हम आपका ही इंतज़ार कर रहे थे आये आये !!
मेघा अंदर की तरफ बढ़ जाती है अंदर सबकुछ नया था सब चीज अपनी जगह पर थी कि तभी मेघा की नजर गोल गुंबद से बने मंदिर की ओर जाती है जहां राधाकृष्ण की बहुत खूबसूरत सी मूर्ति स्तापित थी मेघा हाथ जोड़ती है और दिया जलाकर वापिस drwing room में जाती है कि काका भी आते है और कहते हँ - ये लो बिटिया चाय पी लो थक गई होगी
मेघा - थैंक्यू काका!! मेघा चाय पी ही रही होती है कि उसका फोन बज पड़ता है मेघा फोन रिसीव करती है और कहती है
मेघा - है माँ हम पहुँच गए don't worry
प्रिया (मेघा की माँ) - तुझसे कितनी बार कह की पहुचकर मूझे एक फोन कर दिया कर पर तु हर बार भूल जाती है जानती है न मूझे तेरी फिक्र रहती है
मेघा- I am sorry mom but you know की फ्लाइट में फोन बंद रहता है और जब हम यहां देहरादून पहुंचे तो आपको फोन करना भूल गए sorry mom पर आगे ऐसा नहीं करेंगे I promise
प्रिया - ठीक इस बार माफ कर रही हु पर नेक्स्ट टाइम ऐसा मत करना और ये सब छोड़ और ये बता तूने कुछ खाया या फिर से काम मे लगी रही
मेघा - हा माँ अभी चाय पी है और आप इतना परेशान मत हो नहीं तो आपका bp high हो जाएगा
प्रिया - ठीक है बेटा अब में रखती हूं आपके पापा को भी बता दु वरना अगली flight से सीधे अपकेपस होंगे न जाने कितनी बार पूछ चुके है
मेघा - ठीक है माँ byee
प्रिया - byee बेटा अपना ध्यान रखना
फोन कट जाता है मेघा टाइम देखती है तो 7 बज रहे होते है मेघा अपने रूम में चली जाती है मेघा ने चाय पी थी इसलिए उसे नींद आ रही थी तो वो नहाने चली जाती जाती ह !! कुछ देर बाद मेघा नहाकर निकली और लैपटॉप लेकर काम करने बेठ गयी की तभी दरवाज़ा खटकाया मेघा ने उठकर दरवाज़ा खोला तो सामने काका थे
मेघा - काका आप क्यों आये हमे बुला लिया होता खमका आपको तकलीफ हुए
काका - ऐसा नहीं है बिटिया ये तो हमारा काम ह तो तकलीफ कैसी और आप काम कर रही थी तो हमने आपको परेशान करना  ठीक नहीं समझा ये कहते हुए काका ने खाना table ओर रख दिया
मेघा - थैंक्यू काका !! पर अब आप आराम करें हमे कुछ चाहिए होगा हम खुद ले लेंगे
काका - ठीक है बिटिया पर आप खा लीजिए गा ज्यादा देर तक काम मत करिएगा ये कहकर काका बाहर चले जाते और मेघा खाना खाने लगती है
की एक आवाज़ से उसके हाथ रुक गए वो बालकॉनी की तरफ बढ़ गयी
उंसने ऊपर से देखा तो एक बच्ची फूटपाथ पर बेठी थी उसके बाल बिखरे हुए थे ,कपड़े जगह जगह से फटे हुए थे पर वो अपने गाने में इस कदर खोई हुई थी कि उसे कोई परवाह नहीं थी
दरम्यान ............... दरमियान कुछ था तेरे मेरे दरमियान ..............आ आ.................
पर मेघा की आंखों में कुछ था जो उसके दर्द को उसके चेहरे पर ले आया था ऐसा लग रहा था जैसे उसके किसी गहरे ज़ख्म को उबार दिया था मेघा वापिस आ जाती है और आकर चेयर बैठ जाती है और आंखे बंद कर लेती है और कब अतीत की यादों में खो जाती है पता नहीं चलता और सो जाती है !!!!!!!


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कुछ तो था तेरे मेरे बीच मे भाग - 1
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वो बारिश का दिन कोई गाने ग रहा था, तो कोई पकोड़े का आनंद ले रहा था बच्चें बारिश में भीग रहे थे कि तभी एक गाड़ी आकर रुकती है उंसमे से एक आदमी बाहर आता है वो बहुत लंबा था , आंखों पर काला चश्मा और उसने काला सूट पहन रखा था और एक हाथ मे umbrella लिया हुआ था वो दौड़कर पीछे का दरवाजा खोलता है जिसमे से एक लड़की बाहर आती है उंसने रेड रंग का टॉप और काले रंग की जीन्स पहन रखी थी हाथ मे वाच और वो धीरे धीरे आगे बढ़ रही थी कि तभी पीछे से एक आवाज़ आती है और वो रुक जाती है! कौन है आप? और यहां कैसे आयी ?  उस लड़की ने मुड़कर देखा तो एक बूढ़ा आदमी आंखों पर गोल गोल चश्मा और वो लगड़ा कर चल रहा था की वो आदमी जो लड़की के साथ था वो बोला - काका ये है mrs मेघा राजवंशी क्या यही radhika भवन है ?  ये सुनते ही काका घबरा जाते है और और कहते है - माफ करना बिटिया हम आपको पहचान नहीं पाए सिंह साहब ने बताया था हम आपका ही इंतज़ार कर रहे थे आये आये !! मेघा अंदर की तरफ बढ़ जाती है अंदर सबकुछ नया था सब चीज अपनी जगह पर थी कि तभी मेघा की नजर गोल गुंबद से बने मंदिर की ओर जाती है जहां राधाकृष्ण की बहुत खूबसूरत सी मूर्ति स्तापित थी मेघा हाथ जोड़ती है और दिया जलाकर वापिस drwing room में जाती है कि काका भी आते है और कहते हँ - ये लो बिटिया चाय पी लो थक गई होगी मेघा - थैंक्यू काका!! मेघा चाय पी ही रही होती है कि उसका फोन बज पड़ता है मेघा फोन रिसीव करती है और कहती है मेघा - है माँ हम पहुँच गए don't worry प्रिया (मेघा की माँ) - तुझसे कितनी बार कह की पहुचकर मूझे एक फोन कर दिया कर पर तु हर बार भूल जाती है जानती है न मूझे तेरी फिक्र रहती है मेघा- I am sorry mom but you know की फ्लाइट में फोन बंद रहता है और जब हम यहां देहरादून पहुंचे तो आपको फोन करना भूल गए sorry mom पर आगे ऐसा नहीं करेंगे I promise प्रिया - ठीक इस बार माफ कर रही हु पर नेक्स्ट टाइम ऐसा मत करना और ये सब छोड़ और ये बता तूने कुछ खाया या फिर से काम मे लगी रही मेघा - हा माँ अभी चाय पी है और आप इतना परेशान मत हो नहीं तो आपका bp high हो जाएगा प्रिया - ठीक है बेटा अब में रखती हूं आपके पापा को भी बता दु वरना अगली flight से सीधे अपकेपस होंगे न जाने कितनी बार पूछ चुके है मेघा - ठीक है माँ byee प्रिया - byee बेटा अपना ध्यान रखना फोन कट जाता है मेघा टाइम देखती है तो 7 बज रहे होते है मेघा अपने रूम में चली जाती है मेघा ने चाय पी थी इसलिए उसे नींद आ रही थी तो वो नहाने चली जाती जाती ह !! कुछ देर बाद मेघा नहाकर निकली और लैपटॉप लेकर काम करने बेठ गयी की तभी दरवाज़ा खटकाया मेघा ने उठकर दरवाज़ा खोला तो सामने काका थे मेघा - काका आप क्यों आये हमे बुला लिया होता खमका आपको तकलीफ हुए काका - ऐसा नहीं है बिटिया ये तो हमारा काम ह तो तकलीफ कैसी और आप काम कर रही थी तो हमने आपको परेशान करना ठीक नहीं समझा ये कहते हुए काका ने खाना table ओर रख दिया मेघा - थैंक्यू काका !! पर अब आप आराम करें हमे कुछ चाहिए होगा हम खुद ले लेंगे काका - ठीक है बिटिया पर आप खा लीजिए गा ज्यादा देर तक काम मत करिएगा ये कहकर काका बाहर चले जाते और मेघा खाना खाने लगती है की एक आवाज़ से उसके हाथ रुक गए वो बालकॉनी की तरफ बढ़ गयी उंसने ऊपर से देखा तो एक बच्ची फूटपाथ पर बेठी थी उसके बाल बिखरे हुए थे ,कपड़े जगह जगह से फटे हुए थे पर वो अपने गाने में इस कदर खोई हुई थी कि उसे कोई परवाह नहीं थी दरम्यान ............... दरमियान कुछ था तेरे मेरे दरमियान ..............आ आ................. पर मेघा की आंखों में कुछ था जो उसके दर्द को उसके चेहरे पर ले आया था ऐसा लग रहा था जैसे उसके किसी गहरे ज़ख्म को उबार दिया था मेघा वापिस आ जाती है और आकर चेयर बैठ जाती है और आंखे बंद कर लेती है और कब अतीत की यादों में खो जाती है पता नहीं चलता और सो जाती है !!!!!!!

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