गरीब औरअसहाय लोगो की डोर किसके हाथ में?यूपी केहाथरस रेप कांड ने पिछले दो चार दिनो में देश के आम लोगो को अपने बोर में सोचने व समझने का मौका दिया कि वे किस तरहकतिपय लोगों की कठपुती बने समाज में जी रहे हैं: यह भी लगभग साफ हो गया कि उनकेऊपर किन लोगों की मर्जी चलती है: मीडिया को भी यह समझने का मौका मिल
रहे जुदा हो गई अब अजनबी हो जायेंगे .. तेरे मेरे सपने सनम अब तू ही बता कहा जायेंगे ...!! राह में कोई नहीं तेरे यादो के सिवा हमसफ़र ...तेरी याद अब ना आई तो शायद हम मर जाएंगे ...!!! दिवार ही दिवार खड़