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मन स्पंदन

GAGANDEEP PAREEK

5 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
2 पाठक
28 मार्च 2022 को पूर्ण की गई
निःशुल्क

मन में लगे भावनात्मक तारों को स्पंदन करवाने हेतु भावनात्मक मुद्दों से जुड़ी कविताएं एव कहानियां 

man spandan

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पुस्तक के भाग

1

बालिका एवं हमारा समाज

24 जनवरी 2022
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बालिका ओर हमारा समाजसरकार के अनेक प्रयासों एवं शिक्षा के बलभुते पर आज हमारा समाज उस जगह खड़ा है जंहा बालक बालिका में कोई भेदभाव नही किया जा रहा है हालांकि वर्षों तक हमारा समाज बालिका को कमजोर समझता आया

2

पापा

24 जनवरी 2022
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मां पर मेरा पहला विश्वास थे पापा परिवार का पूरा आसमान थे पापा बोलना सीखा तब सबसे आसान शब्द था पापा अब आप सबसे मुश्किल शब्द बन गये हो पापा मां से भले संस्कार मिले थे पापा जीवन जीने के सिद्बात आपसे मिल

3

कौन है दोस्त ?

19 फरवरी 2022
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कौन है दोस्त ?आईए सात बिंदुओं से समझते है पहला :- आपसे अपने स्वार्थ खातिर कितने जुड़े है और किनसे आप खुद स्वार्थ खातिर जुड़े है इन्हें छोड़कर अगर एक आधा बच जाये वो दोस्त है अगर नही

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महिला और तेजी से बदलता समाज

8 मार्च 2022
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महिला और बदलता समाज(गगनदीप पारीक)आज समाज व उसका दृष्टिकोण बहुत ही तीव्र गति से बदलता जा रहा है ये वो ही समाज है जो महिला को अबला कहता आया आज वो ही समाज है जो इसे समानता का दर्जा दे रहा है। त्याग की इस

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बापू  तू  बड़ा याद आता है

25 जनवरी 2022
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घर आने में पल भर की देरी में तेरे फोन कॉल की लाइन लग जाना बड़ा याद आता है।देरी के बाद इंतजार में तेरा दरवाजे पर खड़ा रहना बड़ा याद आता है।रोजा

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