College student
मेरी लाडली
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जीवन साथी या वर्षो की मेहनत
मिश्रा जी आंगन में बैठे थे। तभी उनकी नजर चेष्टा पर जाती है ।जो फोन पर बात करती हुई खुश नजर आ रही थी ।बेटी क्या हुआ? तुम आज इतनी सुबह-सुबह खुश कैसे हो ?चेष्टा मिश्रा जी का आशीर्वाद लेते हुए ,कुछ
देखो ना कितनी शांत हैं, आज मेरी लाडली,देखो कैसे खामोश सोई है,आज मेरी लाडली,बिना पलके झपकाये आज मुझे देख रही है मेरी लाडली,देखो ना आज फिर से श्रृंगार से सजी हैं, मेरी लाडली ,देखो ना मैं बुला रहा हूं,फि