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मेरा गांव

22 अक्टूबर 2019

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मेरा गांव शहर से क्या कम हैं।

शुद्ध हवा और वातावरण है

रेत के टीलों पर छा जाती हैं

घनघोर घटाएं

नज़ारे यह हिमाचल से क्या कम हैं।


चलती है जब बरखा सावन की,

धरती -अम्बर का मिलना

स्वर्ग से क्या कम है।


बादल ओढ़ा के जाता चुनरी हरियाली

की बहना को,

रिश्ता इनका रक्षाबंधन से क्या कम हैं।


संस्कार की गाथा सीखे बच्चे

हर बाला देवी जैसी

मेरे गांव में अब नहीं ठहरता ग़म हैं।


बच्चे नाव चलाते पोखर में

मौजो की रवानी है कुछ शान्त सी

मगर यह सागर से क्या कम हैं।


हैं खुश सभी अपने छोटे से जहां में


मेरा गांव शहर से क्या कम हैं।


आशुर्चित

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रचनाएँ
rkjogachand
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सामाजिक सकारात्मक विचार एवं समसामयिक विषयों पर लेखन।
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मेरा गांव

22 अक्टूबर 2019
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मेरा गांव शहर से क्या कम हैं।शुद्ध हवा और वातावरण है रेत के टीलों पर छा जाती हैंघनघोर घटाएंनज़ारे यह हिमाचल से क्या कम हैं।चलती है जब बरखा सावन की,धरती -अम्बर का मिलनास्वर्ग से क्या कम है।बादल ओढ़ा के जाता चुनरी हरियाली की बहना को,रिश्ता इनका रक्षाबंधन से क्या कम हैं।

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आधुनिक भारत की एकता के सरदार

31 अक्टूबर 2019
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आज भारतवर्ष सरदार पटेल की 144 वीं जयंती मना रहा है।भारत को राष्ट्रीय एकता सूत्र में बाधने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष भी कहा जाता है उन्होंने भारत की आजादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई और भारत के आजाद होने पर भारत देश के प्रथम गृहमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया और अपने साहस भरे निर

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मेरी परछाई

13 नवम्बर 2019
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मेरी परछाई हरदम साथ चली।हर गांव शहर गली गली ।जो थे मेरे कर्म या थी कोई डगरमिलकर गले पल-पल साथ चलीं।मैं झुका संग झुकी मैं गिरा वह भी गिरकरहर इरादे में साथ चली।मेरी परछाई..............तन्हा सफर हो या रोशन रातेंसंग दूर तलक चली।सत्य की राह हो या हो मिथ्य पथ।बेबस बे जुबां चली।मेरी परछाई ..…............क

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आतंकवाद के साये में कमजोर होता दक्षेस

24 दिसम्बर 2019
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आतंकवाद के साये में कमजोर होता दक्षेस________________________________बांग्लादेश के तात्कालिक राष्ट्रपति जियाउर रहमान द्वारा 1970 के दशक में एक व्यापार गुट सृजन हेतु किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप दिसम्बर 1985 में दक्षिण एशियाई देशों के उद्धार के लिए दक्षेस जैसे संगठन को विश्व पटल पर लाया गया। यह सं

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