मेरे दिल का लेकर चैन
जाने कहाँ वो चले गये।
अपनी चाहत का खिलाके फूल
प्रेम जाल का बनाके मूल
अदाओं पर उसकी
मेरा दिल जाता दुनिया भूल
बस अब तो आंसू बहाते मेरे नैन
मेरे दिल का लेकर चैन
जाने कहाँ वो चले गये।
उनकी अदाओं में मधु के प्याले थे
ओठों की सदाओं के अंदाज ही निराले थे
उनके यौवन को देखकर
हम तो बन गये सच्चे दिलवाले थे
मगर न कोई सुनता मेरे बैन
मेरे दिल का लेकर चैन
जाने कहाँ वो चले गये
मेरे दिल का लेकर चैन
जाने कहाँ वो चले गये।
जाने कहाँ वो