shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

Mukesh tyagi की डायरी

Mukesh tyagi

3 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

 

mukesh tyagi kii ddaayrii

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

आजाद परिंदो का ना कोई घर है ना कोई ठीकना है

10 अगस्त 2022
0
0
0

⚘⚘ आजाद परिंदे ⚘⚘जिन्दगी में ना कुछ खोना हैना कुछ पाना हैआजाद परिंदो का ना कोई घर हैना कोई ठीकना हैआज यहाँ कल वहाँ किस्मत का फसाना है चल पडें तो मंजिल है रूक गयें तो ठीकना है जिन्द

2

आजाद भारत का निशान तिरंगा

10 अगस्त 2022
0
0
0

⚘⚘आजाद तिरंगा ⚘⚘आजाद भारत का निशान तिरंगा लहू से लिखें अरमानो की पहचान तिरंगा हर भारतवासी की आन वान और शान तिरंगाॠषि मुनियों की इस धरती पर बहती है माँ पावन गंगा आजादी के शूरवीरों क

3

खुद को खुदा समझ बैठा इंसान

10 अगस्त 2022
0
0
0

⚘⚘खुद को खुदा समझ बैठा इंसान ⚘⚘घमंडी घमंड में होकर के चूर चलता है होकर के मगरूर वो होता है पापी इंसान जो खुद को खुदा समझ बैठा हो ख़ुदा का जिसको ना हो ज्ञान जनता पागल हो के घुम

---

किताब पढ़िए