⚘⚘खुद को खुदा समझ बैठा इंसान ⚘⚘
घमंडी घमंड में होकर के चूर
चलता है होकर के मगरूर
वो होता है पापी इंसान
जो खुद को खुदा समझ बैठा हो
ख़ुदा का जिसको ना हो ज्ञान
जनता पागल हो के घुमे उसके पीछे
वो कोई भगवान नहीं
जो भटके हुए को राह दिखाऐ
वो गुरु है वो भी भगवान नहीं
कितना भी महान हो कितना भी ज्ञान हो
चाहे उसके पास सम्पुर्ण जगत का विज्ञान हो
वो भी इंसान है वो भी भगवान नहीं
जनता क्यूँ पागल है सम्पुर्ण जगत का
मालिक एक है इस दुनियाँ में
उसके अलावा दुनियाँ में कोई भगवान नहीं
घुम ले चारों धाम मन में कपट हो तो
उसको नहीं मिलते कभी राम
जो ज्ञान से हो कोशों दूर हो
प्रभु का जो ना रखें मान
वो पाखंडी कभी नहीं कर सकता
जन जन का कल्याण
संसार में ऐसे पापी खुद को
समझते है भगवान
इस धरती पर ऐसे लोग होते है
सबसे बडे शैतान ना होता है ऐसे लोगों का
ना कोई धर्म होता है ना होता है इमान
मत आओ इनकें चक्कर में
मत समझो इनको भगवान
इनकी गिनती कही नहीं जो खुद को
समझ बैठे हो खुदा वो कोई भगवान नहीं
घमंडी घमंड में होकर चूर
चलता है होकर के मगरूर वो पापी इंसान नहीं