2/8/22
प्रिय डायरी,
आज मैंने शब्द.इन में नाग पंचमी पर कविता लिखी।
सावन की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी पर्व मनाया जाता है। ये पर्व तक्षक नाग देवता की रक्षा करने के लिए मनाया जाता है।
ऋषि मुनि ने तक्षक नाग देवता पर कच्चा दूध डालकर नाग देवता की रक्षा की जिससे नाग वंश बच पाया।
ये हमारी परंपरा चली आ रही है कि नाग पंचमी के दिन सभी नाग देवों को याद कर उनकी आकृति बनाते हैं और उनकी पूजा की जाती है। उन नामों में अनंत, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल प्रमुख रूप से है।
हम नाग पंचमी के दिन आठ नागों की आकृति बना कर हल्दी, रोली, अक्षत,पुष्प , कच्चा दूध,घी और शक्कर अर्पित कर नाग देवता की पूजा अर्चना कर उनका स्मरण करते हैं।