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पुरस्कार और सम्मान

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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-11-07
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-10-28
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-10-17
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साप्ताहिक2022-08-14
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दैनिक2022-08-02
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दैनिक2022-07-22
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साप्ताहिक लेखन प्रतियोगिता2022-08-14
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-08-02
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-07-22
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साप्ताहिक2022-06-05
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दैनिक2022-06-09
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साप्ताहिक2022-06-09
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साप्ताहिक लेखन प्रतियोगिता2022-06-05
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दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-06-09

anupama verma की पुस्तकें

काव्यांजलि

काव्यांजलि

कविताओं के विभिन्न स्वरूपों का संग्रह

39 पाठक
20 रचनाएँ

निःशुल्क

काव्यांजलि

काव्यांजलि

कविताओं के विभिन्न स्वरूपों का संग्रह

39 पाठक
20 रचनाएँ

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काव्य सुलेखा 2

काव्य सुलेखा 2

यह पुस्तक कविताओं का संकलन जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को दर्शाती है। इस पुस्तक में मेरी स्वरचित मौलिक रचनाएं है।

निःशुल्क

काव्य सुलेखा 2

काव्य सुलेखा 2

यह पुस्तक कविताओं का संकलन जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को दर्शाती है। इस पुस्तक में मेरी स्वरचित मौलिक रचनाएं है।

निःशुल्क

मन मंथन दैनंदिनी (सितंबर)

मन मंथन दैनंदिनी (सितंबर)

जीवन के विभिन्न स्वरूपों का संग्रह

32 पाठक
15 रचनाएँ

निःशुल्क

मन मंथन दैनंदिनी (सितंबर)

मन मंथन दैनंदिनी (सितंबर)

जीवन के विभिन्न स्वरूपों का संग्रह

32 पाठक
15 रचनाएँ

निःशुल्क

मन मंथन ( दैनंदिनी) अगस्त

मन मंथन ( दैनंदिनी) अगस्त

डायरी मेरे जीवन के विभिन्न पहलुओं का स्वरूप है।

17 पाठक
13 रचनाएँ

निःशुल्क

मन मंथन ( दैनंदिनी) अगस्त

मन मंथन ( दैनंदिनी) अगस्त

डायरी मेरे जीवन के विभिन्न पहलुओं का स्वरूप है।

17 पाठक
13 रचनाएँ

निःशुल्क

काव्य सुलेखा

काव्य सुलेखा

काव्य सुलेखा मेरी कविताओं का संग्रह है, जिसमें मैंने जीवन के भिन्न भिन्न पहलुओं को उजागर किया है। कहीं रिश्तों का मर्म, कभी मन शांत तो उठते सवाल, पारिवारिक जीवन, मान सम्मान, नारी का आत्म विश्वास, जिंदगी के भिन्न भिन्न रंगो को अपनी कलम से सजाया है।

निःशुल्क

काव्य सुलेखा

काव्य सुलेखा

काव्य सुलेखा मेरी कविताओं का संग्रह है, जिसमें मैंने जीवन के भिन्न भिन्न पहलुओं को उजागर किया है। कहीं रिश्तों का मर्म, कभी मन शांत तो उठते सवाल, पारिवारिक जीवन, मान सम्मान, नारी का आत्म विश्वास, जिंदगी के भिन्न भिन्न रंगो को अपनी कलम से सजाया है।

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काव्य तरंग

काव्य तरंग

काव्य तरंग मेरी कविताओं का संकलन है जिसमें मैंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को दर्शाया है। ये मेरी स्वरचित कविताओं पर सिर्फ मेरा कॉपी राइट है।

14 पाठक
28 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 77/-

काव्य तरंग

काव्य तरंग

काव्य तरंग मेरी कविताओं का संकलन है जिसमें मैंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को दर्शाया है। ये मेरी स्वरचित कविताओं पर सिर्फ मेरा कॉपी राइट है।

14 पाठक
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1 लोगों ने खरीदा

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₹ 77/-

ख़ामोश चेहरे

ख़ामोश चेहरे

कविता संग्रह

11 पाठक
50 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 71/-

ख़ामोश चेहरे

ख़ामोश चेहरे

कविता संग्रह

11 पाठक
50 रचनाएँ
1 लोगों ने खरीदा

ईबुक:

₹ 71/-

लेखन सार

लेखन सार

लेखन सार भिन्न भिन्न विषयों पर लेखों का संग्रह है।

11 पाठक
10 रचनाएँ

निःशुल्क

लेखन सार

लेखन सार

लेखन सार भिन्न भिन्न विषयों पर लेखों का संग्रह है।

11 पाठक
10 रचनाएँ

निःशुल्क

मन मंथन ( दैनंदिनी ) जून

मन मंथन ( दैनंदिनी ) जून

ये डायरी मेरे मन के भावों का मंथन है जिसे एक प्रारूप देने का प्रयास किया है।

10 पाठक
15 रचनाएँ

निःशुल्क

मन मंथन ( दैनंदिनी ) जून

मन मंथन ( दैनंदिनी ) जून

ये डायरी मेरे मन के भावों का मंथन है जिसे एक प्रारूप देने का प्रयास किया है।

10 पाठक
15 रचनाएँ

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काव्य मंजूषा

काव्य मंजूषा

ये हमारी कविताओं का संकलन है जिसमें मैंने जीवन के विभिन्न रूपों को इसको अपनी कलम से सजाया है।

8 पाठक
20 रचनाएँ

निःशुल्क

काव्य मंजूषा

काव्य मंजूषा

ये हमारी कविताओं का संकलन है जिसमें मैंने जीवन के विभिन्न रूपों को इसको अपनी कलम से सजाया है।

8 पाठक
20 रचनाएँ

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anupama verma के लेख

आज का युवा

12 जनवरी 2023
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आज का यह युवा भारत,लोकतांत्रिक मुख्य आधार।राजनीति और विकास पर,युवा अग्रसर और है तैयार।।आज का यह युवा भारत,शक्ति से यह परिपूर्ण है।देश स्वाधीनता इसकी,योगदान बेहतरी सम्पूर्ण है।।आज का यह युवा भारत,मार्ग

हिंदी भाषा

11 जनवरी 2023
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मैं हूं तुम्हारी हिंदी भाषा,इसको तुम पहचान लो।अस्तित्व हूं तुम्हारा मैं,मुझको तुम पहचान लो।।कर्म हूं और कृति भी मैं,अस्तित्व है यूं मुझसे जुड़ा।मर्म हूं और व्यथा भी मैं,अस्तित्व तुम्हारा मुझसे जुड़ा।।

बचपन

11 जनवरी 2023
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अबोध मन सा बचपन,निश्छल चंचल चितवन।पुष्प अंकुरित सा कोमल,ओस की बूंदों सा मनभावन।।घर आंगन महकाता बचपन,नादान परिंदे जैसा बचपन।गुलशन गुंजाएमान बालमन,बिन बात मुस्काए बालमन।।सूरज सा दमके बालमन,निश्छल भोला भ

नव वर्ष

1 जनवरी 2023
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नव वर्ष का शुभागमन,सुख समृद्धि हो अपार।उत्तम स्वास्थ्य की कामना,हर्षोल्लास छाए चहुंओर।।लिए नया वह स्वरूप हो,साथ सादगी और संयम हो।नव वर्ष हो सबका मंगलमय,साथ शांति और सौहार्द्र हो।।होंगी क्या फिर चुनौति

पत्र

21 दिसम्बर 2022
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पत्र लेखन का जमाना, बदल गया चलन आज। कल लिखते बातें कितनी, जो बयां नहीं करते उतनी।। दूर होने पर आती याद, पत्र लेखन करते फरियाद। मनमीत की याद में आंसू, निकलते थे दिन रात।। कभी बेटी को शादी बाद, आती थी म

कल्पना

17 दिसम्बर 2022
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कल्पना की उड़ान भरी, चांद सितारों की दुनिया। चांद की चांदनी रात में, झील सितारों की बगिया।। कल्पना की पराकाष्ठा पर, चांद पर भी घर बसने लगे। ऑक्सीजन की आपूर्ति को, मास्क सभी लोग पहने लगे।। कल्पना की उड

जादुई पत्थर

16 दिसम्बर 2022
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<div>जादुई पत्थर का असर,</div><div>नल नील वानर दिखाए।</div><div>राम नाम की ज्योत जगा,</div><div>लिख समुद्र में सेतु बनाए।।</div><div><br></div><div>जादुई पत्थर का असर,</div><div>सहस्त्र योजन पार किया।

2050 की दुनिया

14 दिसम्बर 2022
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2050 की दुनिया में,हर इंसान रोबोट होगा।खाने में स्वाद नमक नहीं,कैप्सूल का उपयोग होगा।।वक़्त न पास किसी के,देखें आस पड़ोस भी।भीड़ भाड़ न होगी कहीं,न होंगे रिश्ते नाते भी।।सैर सपाटे के लिए सभी,हवा में उ

अलौकिक

14 दिसम्बर 2022
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अलौकिक शक्तियों से,जुड़े हुए हम प्रकृति से।अदम्य साहस दिखा हम,शक्ति अर्जित कर प्रभु से।।अलौकिक तेज धरा पर,अवतरित बसंत सा कोमल।सूरज लालिमा छाई छटा,किरणों से प्रकाश निर्मल।।अलौकिक शक्तियों से,लबरेज स्फू

आखिरी इच्छा

18 नवम्बर 2022
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मृत्यु के करीब पहुंच ईश्वर ने पूछा,बता हे मानुष तेरी आखिरी इच्छा।मानुष ने सोचा विचारा अंत समय,अब पूछने से क्या फायदा होगा,क्या पूरी हो सकती आखिरी इच्छा,मृत्यु के करीब हूं अंत समय निकट,क्या खोया क्या प

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