🔵 संजय चाणक्य
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट ने सोमवार को दिल्ली के एम्स में अपनी अंतिम सांस ली। उन्हें लिवर और किडनी की समस्या थी और बीते 13 अप्रैल से वह एम्स में भर्ती थे। यहां पर गेस्ट्रो विभाग के डॉक्टर विनीत आहूजा की टीम उनका इलाज कर रहे थे। पिता के मृत्यु की दु:खद सूचना सीएम योगी को उस समय मिली जब वह टीम 11 की साथ कोरोना महामारी से निपटने की जरुरी बैठक कर रहे थे। अपने जन्मदाता की मृत्यु की खबर सुन योगी कुछ पल के लिए पत्थर के मूरत बन गए। मुंह पर लगे मास्क ने चेहरे के उदासी को भले ही अपने आगोश मे ले लिया किन्तु योगी की डबडबाई आखे स्पष्ट बंया कर रही थी कि कुछ ठीक नही है। राजधर्म का पालन करते हुए टीम 11 की बैठक जारी रखा और बैठक खत्म होने के बाद चुपचाप अपने कमरे में चले गए।
एम्स के एक डॉक्टर ने बताया कि आंनद सिंह बिष्ट को मुख्य रूप से पेट की तकलीफ के चलते भर्ती किया गया था। इसके अलावा डिहाइड्रेशन, लो-बीपी और पैरों में गैंगरीन की समस्या थी। अस्पताल में भर्ती करने के बाद उनकी स्वास्थ्य संबंधी जांच हुई थी। उसी रिपोर्ट के आधार उनका उपचार किया जा रहा था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का सोमवार को निधन हो गया। 89 साल के आनंद सिंह बिष्ट का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा था और उनकी हालत काफी गंभीर थी। वह पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे और उन्होंने आज सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर अंतिम सांस ली।
सीएम योगी आदित्यनाथ को पिता के निधन की सूचना दी गई। महत्वपूर्ण बात यह है कि जब यह खबर सीएम योगी को दी गई तब वह कोरोना संकट पर बनी टीम-11 की मीटिंग ले रहे थे खबर मिलने के बाद भी मीटिंग को रोका नहीं गया है। पिता के अंतिम संस्कार में सीएम योगी के जाने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है।
🔴किडनी और लिवर की थी समस्या
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट को किडनी और लिवर की समस्या थी. तबीयत खराब होने पर उन्हें 13 मार्च को एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां गेस्ट्रो विभाग के डॉक्टर विनीत आहूजा की टीम उनका इलाज कर रही थी। सोमवार के सुबह उन्होंने 10 बजकर 40 मिनट पर अन्तिम सांस ली।
🔵यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते थे सीएम योगी के पिता
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता उत्तराखंड में यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते थे। वे फॉरेस्ट रेंजर के पद से 1991 में रिटायर हो गए थे। उसके बाद से वे अपने गांव में रह रहे थे।योगी आदित्यनाथ बचपन में ही अपना परिवार छोड़कर गोरखपुर महंत अवेद्यनाथ के पास चले आए थे।
🔴घर से छोड़कर गोरखपुर चले आए थे सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ बचपन में ही अपना परिवार छोड़कर गोरखपुर महंत अवेद्यनाथ के पास चले आए थे. बाद में योगी आदित्यनाथ ने महंत के रूप में अवेद्यनाथ की जगह ली। उत्तराखंड में चुनाव के समय योगी कई बार वहां चुनाव प्रचार के सिलसिले में जाते रहे हैं। इस दौरान उनके परिवार वाले योगी से मिलते थे।
🔵एक बार मंच पर बेटे को देखकर भावुक हुए थे पिता
सीएम योगी आदित्यनाथ की अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट से ज्यादा मुलाकात नहीं होती थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी एक कार्यक्रम के सिलसिले में बिजनौर गए थे। आयोजकों ने उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट को कार्यक्रम का आमंत्रण भेजा था। आनंद सिंह अपने पोते अविनाश मोहन बिष्ट के साथ कार्यक्रम में आए थे।इस दौरान सीएम आदित्यनाथ ने पिता को अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया। बेटे को मंच पर देख आनन्द सिंह भावुक हो गए थे।
🔴 राज्यपाल आनंदीबेन ने दी श्रद्धांजलि
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी सीएम योगी के पिता के निधन में दुःख जताया। उन्होंने ट्विट किया- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पिता के देहावसान पर भावभीनी श्रद्धांजलि!
🔵 लंबे समय से थे बीमार
योगी के पिता आनंद सिंह की तबीयत पहले से खराब चल रही थी। कुछ समय पहले भी उन्हें देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस वक्त उन्हें डिहाइड्रेशन की शिकायत थी। उन्हें पहले से बीपीसी समेत एक गैंग्रीन जैसी गंभीर बीमारी थी।
🔵यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते थे सीएम योगी के पिता
सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता उत्तराखंड में यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहते थे। वे फॉरेस्ट रेंजर के पद से 1991 में रिटायर हो गए थे। उसके बाद से वे अपने गांव में रह रहे थे।योगी आदित्यनाथ बचपन में ही अपना परिवार छोड़कर गोरखपुर महंत अवेद्यनाथ के पास चले आए थे।