🔘युगान्धर टाइम्स न्यूज
नई दिल्ली। कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में आज यानी पांच अप्रैल को देश एक बार फिर एकजुट दिखेगा। इस महामारी के अंधकार को चुनौती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश के 130 करोड़ लोग रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीया जलाएंगे। यह दीप जलाना इस बात का प्रतीक होगा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में कोई अकेला नहीं है।
गौरतलब है कि तीन अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो संदेश में देश की जनता से यह अपील की थी। उन्होंने कहा था कि इस रविवार रात नौ बजे नौ मिनट के लिए हर व्यक्ति घर की सभी लाइटें बंद करके अपने दरवाजे या बालकनी में आकर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाए। चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दिया जलाएगा, तब प्रकाश की महाशक्ति का अनुभव होगा। यह उजागर होगा कि एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं। मोदी ने कहा कि उस प्रकाश के बीच हम सब अपने मन में संकल्प करें कि हम अकेले नहीं हैं। 130 करोड़ भारतीय एक ही संकल्प से बंधे हैं। हमारे उत्साह से बड़ी कोई ताकत नहीं है। कोरोना के विरुद्ध युद्ध को भी इसी उत्साह से जीतना है।
🔴ट्वीट के जरिए किया अटल को याद
शनिवार को मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक वीडियो क्लिप ट्वीट करते हुए लोगों को फिर दीप जलाने के संकल्प की याद दिलाई। इस वीडियो क्लिप में वाजपेयी अपनी एक प्रसिद्ध कविता का पाठ करते दिख रहे हैं। इस कविता की पंक्तियां कुछ इस तरह हैं-भरी दुपहरी में अंधियारा, सूरज परछाईं से हारा, अंतरतम का नेह निचोड़ें, बुझी हुई बाती सुलगाएं, आओ फिर से दीया जलाएं।
🔴 और हिदायत दी
मोदी ने अपने संदेश में खासतौर पर उल्लेख किया कि लोग दीप जलाने की इस प्रक्रिया में भी एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने के निर्देशों का पूरा पालन करें। कहीं भी एकत्र होकर दीया जलाने जैसे समारोह का आयोजन नहीं किया जाए। लॉकडाउन का पूरी सख्ती से पालन करते हुए अपनी छतों, बालकनी या दरवाजे पर ही दीया जलाना है। स्पष्ट तौर पर प्रधानमंत्री का इशारा उन घटनाओं की ओर था, जब जनता कर्फ्यू के दिन कुछ लोग ताली, थाली बजाने के लिए गलियों में उतर आए थे।
🔘बरते सतर्कता
इस बीच सरकार ने दीया, मोमबत्ती जलाने वालों के लिए विशेष निर्देश भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि दीया या मोमबत्ती जलाने से पहले अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग कतई नहीं करें। अल्कोहल बहुत ज्वलनशील होता है। ऐसे में सैनिटाइजर के इस्तेमाल से आग पकड़ने का खतरा रहेगा। सरकार ने कहा है कि दीया जलाने से पहले हाथ धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल करें। भारतीय सेना ने भी लोगों से इसी तरह की सतर्कता बरतने को कहा है।
🔘जनता कर्फ्यू में दिखी थी एकजुटता
प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान भी देश ने एकजुटता दिखाई थी। उस दिन मोदी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिस वालों व अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के सम्मान में शाम पांच बजे पांच मिनट के लिए लोगों से ताली, थाली आदि बजाने की अपील की थी। इस अपील पर पूरे देश ने एक साथ ताली, थाली और शंख बजाकर इस युद्ध में अपनी एकजुटता दिखाई थी।