सूनी डगरें
प्यासे खेत
पियराये से गीत
फ़ुर्र हुई
गौरैया चिरईं
भूख न जाने रीत.
बेटा बाम्बे
दिल्ली बिटिया
अपने संग
चितकबरी बछिया
चलनी छानी
दरकी भीत.
बिरहा लोरकी
खड़े उदास
आल्हा की
उखड़ी है सांस
शोकग्रस्त
सोहर के
गीत.
------- डॉ. हरेश्वर राय
21 मई 2017
सूनी डगरें
प्यासे खेत
पियराये से गीत
फ़ुर्र हुई
गौरैया चिरईं
भूख न जाने रीत.
बेटा बाम्बे
दिल्ली बिटिया
अपने संग
चितकबरी बछिया
चलनी छानी
दरकी भीत.
बिरहा लोरकी
खड़े उदास
आल्हा की
उखड़ी है सांस
शोकग्रस्त
सोहर के
गीत.
------- डॉ. हरेश्वर राय
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डॉ. हरेश्वर रॉय, प्रोफेसर ऑफ़ इंग्लिश, शासकीय पी. जी. महाविद्यालय सतना, मध्य प्रदेश.
Dअपनों के दूजे जाने के दर्द का बहुत भावुक चित्र।
21 मई 2017