प्रथम नवरात्र - देवी के शैलपुत्री रूपकी उपासनाआज सभी नेविधि विधान और सम्मानपूर्वक अपने पितृगणों को “पुनः आगमन” की प्रार्थना के साथविदा किया है और कल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से कलश स्थापना के साथ ही वासन्तिक नवरात्रोंका आरम्भ हो जाएगा | भारतीय दर्शन की “प्रसीद विश्वेश्वरी पाहि विश्वं” की उदात्त भावना के
तु भारत की शान है तु भारत की मान हैतु ही भारतवासी के लिए भगवान् हैहमारा भारतीय सेना महान है।जब जब देश मे खतरा मंडरायातु उठ खड़ा हुआ क्योंकि भारत मे बस एक तु ही महान है।बस एक तु ही भारत का जान है।तु भारत की शान है।जब जब कश्मीर पर कोई अत्याचार हुआतू उसका मुँह तोड़ जबाव दिया।इन्सान के रूप मे तु
आज से ठीक 100 साल पहले। तारीख 11 नवंबर 1918। इतिहास में दर्ज वह तारीख है जब चार साल तक दुनिया को हिलाकर रख देने वाला प्रथम विश्व युद्ध आखिर थम चुका था। जब भारत में समुद्र यात्रा को भी अशुभ माना जाता था, उस वक्त कुछ हजार या 2-4 लाख नहीं, बल्कि 11 लाख भारतीय सैनिक प्रथम विश