मुझे पता है तुम तोड़ने में विश्वास करते हो..
चाहे वो दिल हो या भरोसा.
आज भी तुम आसानी से तोड़ोगे मेरे भरोसे को....
और मैं तुम से शिकायत भी नहीं कर पाउंगी
सिर्फ "खामोशी" से खुद पर चिल्लाउंगी...
पर तुम से शिकायत नहीं करुँगी.
जानते हो क्यूं..??
क्यूंकि मेरे पास आवाज नहीं है तुम्हें समझाने को,
मेरे पास मेरी "ख़ामोशियां" हैं मुझे सम्हालने को
🙊🙊🙊🙊